कहीं आप पर तो नहीं हनीट्रैप गिरोह की नजर, हरियाणा के इस शहर में हैं फंसे कई
पानीपत में हनीट्रैप के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ज्यादातार केसों में कोई नजदीकी हनीट्रैप का जाल बुनकर फंसाता है। पानीपत में इस तरह का गिरोह की सक्रिय है। पिछले कुछ दिनों में पुलिस के हत्थे कुछ गिरोह चढ़े।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत में हनी ट्रैप में फंसाकर युवाओं, शिक्षकों, दुकानदारों और उद्यमियों से वसूली का खेल चल रहा है। इस गिरोह के तार समालखा, जींद, करनाल और सोनीपत से भी जुड़े हैं। नौ महीने में दस लोग हनी ट्रैप को शिकार हो चुके हैं। ये तो वे पीडि़त हैं जो पुलिस के सामने आ गए हैं। गिरोह के जाल में फंसे काफी पीडि़त को लोक लाज के कारण रुपये देकर पिंड छुड़ा लेते हैं। वे शिकायत देने पुलिस के पास नहीं जाते कि कहीं उनके स्वजनों को पता न चल जाए। इसी कमजोरी का गिरोह फायदा भी उठा रहा है। पुलिस हर साल दो से तीन गिरोह को पकड़ भी लेती, लेकिन पूरी तरह से गिरोह का खात्मा नहीं किया गया है।
खाकी भी हो चुकी है बदनाम
हनी ट्रैप गिरोह में महिला व पुरुष पुलिसकर्मी भी शामिल रहे हैं। 2011 में उद्यमी के मामले की जांच डीएसपी वीरेंद्र ने की थी। मामला झूठा निकला। इसके बाद थाना चांदनी बाग में तत्कालीन सेक्टर-29 चौकी प्रभारी प्रताप शर्मा, शालू, सुनीता शर्मा, साइना मिर्जा और सरोज तलुजा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। चौकी प्रभारी पर गाज गिरी थी। इसी तरह से 9 मार्च 2020 को व्यवसायी को हनीट्रैप में फंसाकर वसूली के आरोप में महिला एसआइ योगेश कुमारी और आरोपित महिला गिरफ्तार किया गया था।
ये हो चुके हैं हनी ट्रैप के मामले
-18 अगस्त 2020 को सोनीपत के शिक्षक को हनी ट्रैप में फंसा कर सालारजंग गेट के पास पीटा और 85 हजार रुपये वसूल लिए।
-23 अगस्त 2020 को हनीट्रैप मामले में कांग्रेस के जिला संयोजक सुनील ङ्क्षबझौल को पुलिस ने काबू किया।
-अगस्त 2016 को विद्यानंद कालोनी के कारोबारी से हनी ट्रैप में फंसाकर दो महिलाओं व दो लोगों ने 1.55 लाख रुपये हड़प लिए।
-अप्रैल 2017 में नूरवाला की एक महिला ने उम्रदराज डाक्टर को हनीट्रैप में फंसाकर वसूली कर ली।
-अगस्त 2017 राजीव कालोनी की एक महिला ने इसी कालोनी के राजमिस्त्री को हनी ट्रैप में फंसाकर उससे 1.19 लाख रुपये ऐंठ लिए।
हनी ट्रैप में फंसाकर लोगों से वसूल करने वाले गिरोह पर शिकंजा कसा जाएगा। इन गिरोह में शामिल महिला व पुरुषों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीमें जुटी हुई है।
- सतीश कुमार वत्स, डीएसपी मुख्यालय