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Honeytrap: सब इंस्‍पेक्‍टर ने कहा फंसा दे तीनों को, खूब कमाएंगे पैसा

पानीपत में हनीट्रैप का मामले में आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं एसआइ अभी फरार है। एसआइटी मामले की जांच कर रही है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 06 Mar 2020 09:40 AM (IST)Updated: Fri, 06 Mar 2020 11:06 AM (IST)
Honeytrap: सब इंस्‍पेक्‍टर ने कहा फंसा दे तीनों को, खूब कमाएंगे पैसा
Honeytrap: सब इंस्‍पेक्‍टर ने कहा फंसा दे तीनों को, खूब कमाएंगे पैसा

पानीपत, जेएनएन। पानीपत में हनीट्रैप का बड़ा मामला सामने आया है। इसमें महिला से लेकर एसआइ तक शामिल थे। जब मामले का पर्दाफाश हुआ तो व्यापारी सहित तीन लोगों को सामूहिक दुष्कर्म के मामले में फंसाने की आरोपित महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मामले में सब इंस्पेक्टर योगेश कुमारी फरार है। 

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एसआइटी ने बृहस्पतिवार को महिला को थाने में बुलाया और गिरफ्तार कर लिया। महिला ने पूछताछ में बताया कि उसकी करीब छह महीने से थाना चांदनी बाग की महिला एसआइ योगेश कुमारी से पहचान थी। दोनों ने हनीट्रैप के जरिये रुपये कमाने का षडयंत्र रचा। वह पार्क जाने लगी और वहीं पर उसने पड़ोस में रहने वाले रकम सिंह से दोस्ती कर ली। रकम सिंह से कहा कि उसे रुपये की जरूरत है। 22 फरवरी की रात को रकम सिंह अपने परिचित व्यवसायी लोकेश जैन और चालक सुनील को लेकर उसके घर पहुंच गया। वहां पर तीनों ने शराब पी। गलत काम करने के बाद साजिश के तहत एसआइ योगेश उसके घर पहुंची और 50 लाख रुपये मांगे। इसमें 35 लाख रुपये उसे और 15 लाख रुपये एसआइ को मिलने थे। तब इन लोगों से एसआइ ने रसोई में 25 हजार रुपये ले लिये। वो ये कहकर लौट गई कि बाकी के रुपये बाद में देना। 

बदनामी होने के डर से तीनों लोग एसआइ को पांच लाख रुपये देना चाहते थे। वह 10 से 15 लाख रुपये पर अड़ी थी। उसे लगा कि एसआइ ने आरोपितों से 12 लाख रुपये ऐंठ लिये हैं, उसे कुछ नहीं मिला। तब दुष्कर्म का केस दर्ज कराया और एसआइ योगेश कुमारी के खिलाफ एसपी मनीषा चौधरी को ऑडियो व वीडियो सौंपकर शिकायत दी। इस बीच लोकेश जैन ने भी एसपी को शिकायत दी। एसपी ने डीएसपी पूजा डाबला की अगुवाई में एसआइटी (स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम) गठित की।   

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हनीट्रैप का दूसरा मामला, जिसमें एसआइ का नाम सामने आया

जिले में हनी ट्रैप का दूसरा मामला है। हनीट्रैैप में दूसरी बार किसी एसआइ का नाम सामने आया है। 2011 में उद्यमी के मामले की जांच डीएसपी वीरेंद्र ने की थी। मामला झूठा निकला। इसके बाद थाना चांदनी बाग में तत्कालीन सेक्टर-29 चौकी प्रभारी प्रताप शर्मा, शालू, सुनीता शर्मा, साइना मिर्जा और सरोज तलुजा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। 

एसआइ का कर दिया था तबादला 

एसआइटी गठित होते ही एसआइ योगेश कुमारी का थाना चांदनी बाग से महिला थाने में तबादला कर दिया था। आरोप है कि महिला दुष्कर्म, छेडख़ानी सहित अन्य कई धाराओं में 15 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करा चुकी है। पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पूरे मामले की जांच के साथ महिला के सामूहिक दुष्कर्म के आरोपों की भी जांच चल रही है।

मनीषा चौधरी, एसपी पानीपत।


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