Move to Jagran APP

श्री राधा माधव मंदिर में मनाई होली, जमकर उड़ाया गुलाल

सेक्टर 13-17 की हाउसिग बोर्ड कालोनी स्थित श्री राधा माधव मंदिर में होली पर्व धूमधाम से मनाया गया। पंडित नरेश व्याश बृजवासी ने होली के गीत सुनाए।

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 07:11 AM (IST)Updated: Wed, 31 Mar 2021 07:11 AM (IST)
श्री राधा माधव मंदिर में मनाई होली, जमकर उड़ाया गुलाल
श्री राधा माधव मंदिर में मनाई होली, जमकर उड़ाया गुलाल

जासं, पानीपत : सेक्टर 13-17 की हाउसिग बोर्ड कालोनी स्थित श्री राधा माधव मंदिर में होली पर्व धूमधाम से मनाया गया। पंडित नरेश व्याश बृजवासी ने होली के गीत सुनाए। इस अवसर जानकी, अंजू गुप्ता, ऊषा जैन, वसुधा मौजूद रहीं।

loksabha election banner

चेतना स्कूल में मनाई होली

जासं, पानीपत : लायनेस यूथ विग क्लब की सदस्यों ने चेतना स्कूल में होली म नाई। इस अवसर पर रंगोली की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। तीन विजेता निकाले गए। समारोह में चेयरपर्सन मोना गुप्ता, सोनू सिगला, कविता गोयल मौजूद रहीं।

राजस्थान दिवस मनाया, एक-दूसरे को लगाया गुलाल

जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर 29 पार्ट-1 स्थित काबरा यार्न फैक्ट्री में राजस्थान दिवस मनाया गया। राजस्थान के निवासी यहां पर पहुंचे। एक-दूसरे पर गुलाल लगाया।

सर्व संगठन सेवा संस्थान से जुड़े माहेश्वरी सभा के प्रधान सुरेश काबरा ने कहा कि इस दिन राजस्थान के लोगों की वीरता, ²ढ़ इच्छाशक्ति तथा बलिदान को नमन किया जाता है। राजस्थान शौर्य साहस का दूसरा नाम है। राजस्थान की धरती रणबांकुरों और वीरांगनाओं की धरती है। राजस्थान के व्यापारी वर्ग कामगार पूरे विश्व में अपना परचम लहरा रहे हैं। राजस्थान में विश्व विख्यात मंदिर जिसमें ब्रह्मा मंदिर, मेहंदीपुर बालाजी, सालासर बालाजी, गोविद देवजी, श्रीनाथजी, झालरिया मठ, रानी सती मंदिर, खाटू श्याम जी, करणी माता, रनौत माता। इस अवसर पर राजस्थान मित्र मंडल के प्रधान ओपी गोयनका, बद्री सोमानी, अशोक जबर, राजेश राठी, वेणु गोपाल सोनी, संदीप पुनिया, पवन कोठारी मौजूद रहे।

नौल्था में 903वां फाग, जमकर खेली डाट होली

संवाद सहयोगी, इसराना : नौल्था गांव मे डाट होली धूमधाम से खेली गई। ग्रामीणों ने 903वां फाग खेला और शोभायात्रा निकाली। नौल्था की डाट होली देशभर में प्रसिद्ध है। नौल्था का फाग देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। इस बार भी गांव के अंदर ही फाग खेला गया। फाग के एक सप्ताह पहले ही सूखी डाट लगनी शुरू हो गई थी। बाबा लाठे वाले ने परंपरा शुरू की थी। मथुरा के पास फालन गांव में बाबा लाठे वाला के साथ कुछ बुजुर्ग फाग देख कर आए थे। वहां के आने के बाद से नौल्था में फाग उत्सव मनाया जात है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.