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कुरुक्षेत्र से करनाल पहुंची ओलिंपियन सुरेंद्र पालड़ की बरात, देखें विवाह समारोह की तस्‍वीरें

हाकी टीम इंडिया के डिफेंडर ओलिंपियन सुरेंद्र पालड़ की शादी करनाल में किसान की बेटी गरिमा से हुई। दोनों परिणय सूत्र में बंध गए। कुरुक्षेत्र के रहने वाले सुरेंद्र का यह रिश्‍ता दिसंबर 2020 में तय हो गया था।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 09:10 AM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 09:26 AM (IST)
कुरुक्षेत्र से करनाल पहुंची ओलिंपियन सुरेंद्र पालड़ की बरात, देखें विवाह समारोह की तस्‍वीरें
ओलिंपियन सुरेंद्र पालड़ की करनाल में गरिमा के साथ शादी हुई।

निसिंग (करनाल), [अनिल भागर्व]। टोक्यो ओलिंपिक में हाकी टीम इंडिया के लिए बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करने वाले के डिफेंडर सुरेंद्र पालड़ विवाह बंधन में बंध गए। मूल रूप से करनाल के बराना गांव के रहने वाले सुरेंद्र वर्तमान में कुरुक्षेत्र में रह रहे हैं। बुधवार रात को निसिंग में किसान की बेटी गरिमा के साथ सात फेरे लिए।सुरेंद्र की पत्‍नी गरिमा करनाल के किसान जयपाल की बेटी हैं। सुरेंद्र का रिश्‍ता दिसंबर 2020 में ही तय हो गया था। बरात का निसिंग के मल्‍ली पैलेस में जोरदार स्‍वागत किया गया। 

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सुरेंद्र की मां ने बताया कि बेटे का सपना था कि हाकी टीम इंडिया टोक्‍यो ओ‍लिंपिक में पदक जीते। बेटे का सपना पूरा हुआ। अब उसकी शादी की गई। देश के लिए बेटे ने जो नाम किया, उससे पूरे परिवार को गर्व है। बेटे का भी मन था कि ओलिंपिक के बाद ही शादी हो। इस वजह से शादी करीब एक साल बाद की जा रही है। 

कुछ ऐसा है सुरेंद्र का खेल सफर

सुरेंद्र ने द्रोणाचार्य स्टेडियम से अपने करियर की शुरुआत की थी। साल 2011 में जूनियर नेशनल गेम के लिए हरियाणा टीम में जगह बनाई। महाराष्ट्र के पूणे में आयोजित हुई जूनियर नेशनल हाकी चेंपियनशिप में सुरेंद्र कुमार पालड़ ने शानदार प्रदर्शन किया था। टीम ने जीत दर्ज कर 50 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। इसके बाद सुरेंद्र का चयन दौरान भारतीय हाकी शिविर के लिए हुआ।

तीन से 13 मई 2013 में मलेशिया में हुई जूनियर हाकी चेंपियनशिप में सुरेंद्र कुमार पालड़ ने भारत को कांस्य पदक दिलाया। वर्ष 2012 नवंबर में सुरेंद्र पालड़ का चयन फिर भारतीय जूनियर हाकी टीम में हुआ। भारतीय टीम को दूसरा स्‍थान मिला। वर्ष 2013 में ही अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी सुरेंद्र पालड़ ने हालैंड व बेलजियम में जूनियर भारतीय हाकी टीम की तरफ से टेस्ट सीरिज खेली।

जून 2013 में भारतीय हाकी टीम का सदस्य बनाया गया।जापान में हुई एशियन चेंपियनशिप में खेलने का मौका मिला। भारतीय टीम ने पांचवा स्थान हासिल किया। इसके बाद सुरेंद्र को हीरो होंडा हाकी इंडिया लीग के लिए भी दिल्ली वेव राईडरज की तरफ से चुना गया। दिल्ली वेव राईडर की तरफ से खेलते हुए वर्ष 2013 में सिल्वर पदक, 2014 में स्वर्ण पदक और 2015 में कांस्य पदक हासिल करने में सुरेंद्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हाकी के इस नन्हें से जादूगर की प्रतिभा को देखते हुए फूड कारपोरेशन आफ इंडिया ने स्पोर्ट कोटे के तहत वर्ष 2013 में नौकरी दी।

बरातियों व सुरेंद्र पालड़ के दोस्तों ने इस पल को यादगार बना दिया। सभी ने जमकर डांस किया।

मल्ली पैलेस में बरात पहुंचते ही जोरदार स्‍वागत हुआ। वधू पक्ष ने सुरेंद्र के तिलक किया। 

जानिए कौन हैं गरिमा

गरिमा प्रेम खेड़ा गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने करनाल डीएवी कालेज से बीबीए और पीजीडीसीए किया। अब कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में एमकाम की पढ़ाई कर रही है। गरिमा को लक्ष्‍य अध्‍यापन और फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में करियर बनाना है। 


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