चेकिग के दौरान तीन घरों में मिला लार्वा, विभाग ने थमाए नोटिस
मलेरिया व डेंगू की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमें डोर टू डोर जाकर लार्वा तलाश रही है। साथ ही लोगों की स्लाइड बनाने के साथ उन्हें जागरूक भी किया जा रहा है। बीते दिन भी टीमों ने समालखा एरिया में अनेक जगह लार्वा को लेकर मकान फ्रीज पानी की होदी टंकी कूलर आदि की चेकिग की। जहां तीन घरों में लार्वा पाया गया। विभाग की तरफ से उक्त लोगों को नोटिस थमा दिया गया।
जागरण संवाददाता, समालखा : मलेरिया व डेंगू की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमें डोर टू डोर जाकर लार्वा तलाश रही है। साथ ही लोगों की स्लाइड बनाने के साथ उन्हें जागरूक भी किया जा रहा है। बीते दिन भी टीमों ने समालखा एरिया में अनेक जगह लार्वा को लेकर मकान, फ्रीज, पानी की होदी, टंकी, कूलर आदि की चेकिग की। जहां तीन घरों में लार्वा पाया गया। विभाग की तरफ से उक्त लोगों को नोटिस थमा दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग मार्च माह से अक्टूबर माह तक मलेरिया, डेंगू, डायरिया आदि को लेकर विशेष अभियान चलाता है। ताकि बीमारियों को फैलने से रोका जा सके। हेल्थ निरीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि गर्मी में मच्छरों के काटने के कारण मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारी फैलती है और साथ ही दूषित पानी पीने से डायरिया होता है। उक्त बीमारियों पर अंकुश लगाने व लोगों को इसके बारे में जागरूक करने को लेकर सीएचसी के अलावा पीएचसी आट्टा, पंट्टीकल्याणा, चुलकाना में टीमें बनाई गई है। जो घर घर जाकर लार्वा चेक कर रही है, वहीं स्लाइड भी बना रही है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को तीन घरों में लार्वा पाया गया। पानी के भी 22 जगह सेंपल लिए गए, जिनमें से दो सेंपल ठीक नहीं मिले। वहीं 64 लोगों को स्लाइड भी बनाई गई। एचआई ने बताया कि जिनके घर में लार्वा पाया गया है, उन्हें नोटिस जारी कर दिया गया है। तालाबों में छोड़ी मछली
एचआइ ने बताया कि मत्स्य पालन विभाग के सहयोग से खंड के गांव बिहोली, शहरमालपुर, आट्टा, जौरासी, गढ़ी छाजू, करहंस, मनाना, मच्छरौली आदि गांव में गंबुजिया मछली छोड़ी गई है। क्योंकि तालाब में भी बहुत ज्यादा मच्छर पैदा होते है। जो लोगों के लिए मलेरिया जैसी बीमारी का कारण बनते है। गंबुजिया मछली मच्छर के लार्वा को खाने का काम करती है। जिससे काफी फायदा मिलता है।
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