Health Benefits of Pumpkin: पौष्टिकता से भरपूर है कद्दू, कोरोना से बचाव में शरीर की करेगा मदद
Health Benefits of Pumpkin कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए यह शरीर को शक्तिशाली बना रहा है। पानीपत की डाइटीशियन डा. श्रेया मिड्ढा का कहना है कि हर दो से तीन दिन में इसे भोजन में जरूर शामिल करना चाहिए।
रवि धवन, पानीपत। Health Benefits of Pumpkin थाली में कद्दू को शामिल कर हम कोरोना संक्रमण से बचाव के शरीर को शक्तिशाली बना सकते हैं। कद्दू का भले ही उपहास किया जाता हो, लेकिन हमारे पूर्वज इसके गुणों से परिचित थे और यही कारण है कि भोज आदि में पूड़ी के साथ कद्दू की सब्जी बनना लगभग अनिवार्य होता था। पानीपत की जानी-मानी डाइटिशियन डा.श्रेया मिड्ढा का कहना है कि कद्दू में विटामिन सी होता है। दो से तीन दिन में घर में जरूर बनाना चाहिए। कद्दू खाने से पाचन शक्ति भी मजबूत होती है।
कद्दू व इसके बीज विटामिन सी और ई, आयरन, जिंक के अच्छे स्रोत होते हैं। पित्त व वायु विकार दूर करता है। कद्दू के छिलके में एंटीबैक्टीरिया तत्व होते हैं, जो संक्रमण फैलाने वाले जीवाणुओं से रक्षा करता है। लंबे समय से बुखार हो तो यह काफी असर करता है। शुगर के रोगियों को भी इसे खाने की सलाह दी जाती है।
डा.श्रेया मिड्ढा के अनुसार कद्दू विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन ए, विटामिन बी कांप्लेक्स (विटामिन बी-1, विटामिन बी-3, विटामिन बी-6, विटामिन बी-5 और विटामिन बी-9) का शानदार स्रोत है। इससे आयरन, तांबा, पोटेशियम, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे खनिज भी शरीर को प्राप्त होते हैं। कद्दू में कई एंटी आक्सीडेंट भी होते हैं-एक्सथिन, केरोटीन ल्यूटिन। कद्दू इस मौसम सहज उपलब्ध है।
प्रति सौ ग्राम कद्दू में
पानी 91.6 ग्राम
प्रोटीन 1 ग्राम
वसा 0.1 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट 6.5 ग्राम
फाइबर 0.5 ग्राम
पोटेशियम 340 मिग्रा
कैल्शियम 21 मिग्रा
फास्फोरस 44 मिग्रा
मैग्नीशियम 12 मिग्रा
विटामिन ए 426 माइक्रोग्राम
विटामिन सी 9 मिग्रा
विटामिन ई 1.06 मिग्रा
पानीपत के सनौली खुर्द में कददू की खेती की जा रही है।
यमुना नदी किनारे कद्दू की खेती, बढ़ गए भाव
पानीपत में यमुना नदी किनारे के गांवों में कद्दू की खेती हो रही है। करीब पांच हजार एकड़ में कद्दू की खेती हो रही है । पिछले बीस दिन से भाव में तेजी आई है। किसान कृष्णपाल, बलवान ने बताया कि उसने चार एकड़ भूमि में यमुना नदी के पास कद्दू लगाया है। भाव अच्छा मिलने पर उसने 15 दिनों में लागत पूरी कर ली है। पिछले छह महीने से जो कद्दू खेत से पचास पैसे से डेढ़ रुपये तक जा रहा था। आज छह रुपये प्रति किलो तक बेच रहे हैं। मंडी तक देकर आते हैं तो एक से दो रुपये और ज्यादा मिल जाता है। यानी किसान को आठ रुपये, मंडी में फड़ वाले को 12 रुपये तक, आगे रेहड़ी वाले को 14 से 15 रुपये और आम उपभोक्ता को इस समय 20 रुपये प्रति किलो कद्दू मिल रहा है।