Haryana weather update: अगस्त में हुई 50 फीसद कम बरसा मानसून, जानिये अगले 24 घंटे में कैसा रहेगा मौसम
मानसून के हरियाणा में ओवरआल प्रदर्शन पर नजर डालें तो अच्छी बरसात हुई है। प्रदेश में अब तक 316.8 एमएम बरसात सामान्य आंकी गई है जबकि अब तक 363.6 मिलीमीटर बरसात दर्ज की जा चुकी है। यह सामान्य से 15 फीसद अधिक है।
जागरण संवाददाता, करनाल। हरियाणा में अगस्त माह में अब तक का प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। पहला पखवाड़ा लगभग सूखा बीता, दूसरे पखवाड़े में भी 21 व 22 अगस्त को छोड़ दें तो प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा है। अगस्त माह में अब तक 114 मिलीमीटर बरसात होनी चाहिए थी, जबकि 57.4 मिलीमीटर ही हो पाई है। यह सामान्य से 50 फीसद कम है।
अगर मानसून के हरियाणा में ओवरआल प्रदर्शन पर नजर डालें तो अच्छी बरसात हुई है। प्रदेश में अब तक 316.8 एमएम बरसात सामान्य आंकी गई है, जबकि अब तक 363.6 मिलीमीटर बरसात दर्ज की जा चुकी है। यह सामान्य से 15 फीसद अधिक है। केंद्रीय मृदा लवणता अनुंसधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में मौसम साफ हो जाएगा, लेकिन आंशिक बादल छाने की गतिविधियों से इन्कार नहीं किया जा सकता।
देशभर में यह बना है मौसमी सिस्टम
मानसून की टर्फ इस समय बीकानेर, जयपुर, ग्वालियर, सतना, अंबिकापुर, बालासोर से होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। पूर्वोत्तर राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। उत्तरी मध्य प्रदेश के मध्य भाग पर सर्कुलेशन बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भागों के साथ पश्चिमी राजस्थान पर बना हुआ है। विदर्भ और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किलोमीटर के बीच एक चक्रवाती परिसंचरण भी देखा जा सकता है। एक टर्फ रेखा विदर्भ से होते हुए आंध्र प्रदेश के तटीय तमिलनाडु तक जा रही है।
चार जिले छोड़ बाकी जगह बरसात बहुत कम
मौसम विभाग के मुताबिक अगस्त माह में केवल मेवात में सबसे अधिक बरसात सामान्य से 446.0 प्रतिशत बरसात हुई है। जबकि पनीपत, सोनीपत व फरीदाबाद में भी आंकड़ा सम्मानजनक रहा है। बाकी सभी जिलों के हालात बेहद सूखे जैसे हैं। हिसार में सबसे कम सामान्य से 83 फीसद कम बरसात दर्ज की गई है।
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