हरियामा में मौसम ने ली करवट, ठिठुरन बढ़ी, दिन में छाया अंधेरा, आगामी दिनों में बारिश के आसार
हरियाणा में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बीते दिनों हुई बारिश के बाद ठिठुरन बढ़ी हुई है। शीतलहर के साथ गलन भी बढ़ने लगी है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आने वाले दिनों में भी बारिश के आसार हैं।
पानीपत, जागरण संवाददाता। पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुई बारिश के बाद पिछले दो दिन से ठिठुरन बढ़ी हुई है। शीतलहर के साथ गलन बढ़ने से राहगीर कांपते नजर आए। शुक्रवार को बारिश तो नहीं हुई दिनभर बादल छाए रहे। हवा चलने से गलन बढ़ गई। मौसम विज्ञानियों ने अभी अगले दो दिन तक बारिश होने की संभावना जताई है। बूंदाबांदी से रात का तापमान भी तेजी से गिरेगा और पाला पड़ने की आशंका है।
शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि दो दिन पहले न्यूनतम तापमान 12 डिग्री और अधिकतम 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। बुधवार को पूरे दिन में करीब 19 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो कि इस सर्दी के सीजन की एक दिन में सबसे अधिक बारिश है। बारिश के कारण जहां ठंड पहले से बढ़ गई है। तो वहीं हवा भी इससे साफ हो गई है।
फसलों के लिए बारिश लाभदायक
कृषि वैज्ञानिकों ने मौसम के हिसाब से फसलों की देखभाल करने की सलाह दी है। कहा कि बिन मौसम बरसात से मिट्टी में ज्यादा नमी आ जाती है। इससे फसलों में कवक व जीवाणु जनित रोग होने, कीड़ों के आक्रमण और मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी होने की आशंका रहती है। गेहूं की फसल के लिए भी यह बारिश लाभदायक होगी। जिससे फसल अच्छी होने की उम्मीद है।
वायु की गुणवत्ता में सुधार
बारिश के बाद वायु गुणवत्ता में व्यापक सुधार देखने के मिला है। शुक्रवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक एयर क्वालिटी इंडेक्स पीएम 2.5 का स्तर 49 रहा। 50 अंक से कम सूचकांक बेहतर माना जाता है। ऐसे में लोग साफ हवा में सांस ले रहे हैं। बीते कुछ दिनों से प्रदुषण का स्तर लगातार बढ़ रहा था। लेकिन बारिश के कारण हवा में घुले जहर से लोगों को निजात मिली है।