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Haryana weather news: सेंट्रल पाकिस्तान से आ रही पश्चिमी हवा, हरियाणा के मौसम पर ऐसा होगा असर

हरियाणा में मानसून निष्क्रिय हो गया है। सेंट्रल पाकिस्तान से पश्चिमी हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं। इससे मौसम शुष्क हो जाएगा और गर्मी बढ़नी शुरू हो गई है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक इस समय पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Tue, 24 Aug 2021 04:24 PM (IST)Updated: Tue, 24 Aug 2021 04:24 PM (IST)
Haryana weather news: सेंट्रल पाकिस्तान से आ रही पश्चिमी हवा, हरियाणा के मौसम पर ऐसा होगा असर
हरियाणा में अगस्त का आखिरी हफ्ता सूखा रह सकता है।

जागरण संवाददाता, करनाल। एक बार फिर बनी ब्रेक मानसून की स्थिति से अब मैदानी क्षेत्रों में बरसात ना के बराबर होगी। हरियाणा में अगस्त का आखिरी हफ्ता अब सूखा बीतेगा। हालांकि पहाड़ों की तराई वाले क्षेत्रों में बारिश जारी रहेगी। मौसम विज्ञानियों ने फिलहाल पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा न करने की सलाह दी है। हरियाणा में अब मौसम गर्म होगा। तापमान बढ़ेगा। हालांकि उमस नहीं रहेगी।

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मौसम विज्ञानियों के अनुसार, सेंट्रल पाकिस्तान से पश्चिमी हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं। इससे मौसम शुष्क हो जाएगा और गर्मी बढ़नी शुरू हो गई है। हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बरसात में कमी देखी गई है। लेकिन पिछले एक या दो सप्ताह से हल्की से मध्यम बरसात हो रही है। चूंकि ये बरसात बहुत भारी नहीं हुई है, इसलिए गंभीर भूस्खलन या भूस्खलन की घटना नहीं हुई है। इसके अलावा पंजाब और हरियाणा के तराई वाले इलाकों में भी पिछले 24 घंटों में हल्की बरसात हुई है। रविवार को सुबह 8:30 बजे से पिछले 24 घंटों में धर्मशाला में 10 मिमी, पटियाला में 26 मिमी, अमृतसर में 6 मिमी, शिमला में 13 मिमी, लुधियाना में 6 मिमी, मंडी में 1 मिमी और ऊना में 1 मिमी बरसात दर्ज की गई।

उत्तराखंड में बढ़ेगी बारिश, भूस्खलन का डर

अब मानसून की अक्षीय रेखा एक बार फिर से हिमालय की तलहटी की ओर बढ़ रही है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बरसात की तीव्रता एक बार फिर बढ़ने की उम्मीद है। जिससे यहां के निचले इलाकों में भूस्खलन और भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल सकती है। ये बरसात अगले चार से पांच दिनों तक जारी रह सकती है।

मौसम विज्ञानियों ने दी पहाड़ों की यात्रा न करने की सलाह

वास्तव में, इस दौरान, पहाड़ियों की यात्रा करना जोखिम भरा हो सकता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार जैसे ही मानसून की अक्षीय रेखा आगे बढ़ेगी, उत्तरी मैदानी इलाकों का मौसम एक बार फिर शुष्क हो जाएगा। हालांकि, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की तलहटी में अगले 4-5 दिनों के लिए कुछ अच्छी बरसात की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।

35 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है तापमान

मौसम विभाग का मानना है कि पश्चिमी हवाओं के चलने से मौसम शुष्क हो जाएगा, यानि नमी की मात्रा कम हो जाएगी। आने वाले चार से पांच दिनों में तापमान में वृद्धि देखने को मिल सकती है। अनुमान जताया जा रहा है कि अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस को क्रास कर सकता है।

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