Move to Jagran APP

प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड का एक्‍शन, इंडियन ऑयल के नैफ्था क्रैकर प्लांट पर 74 लाख का जुर्माना

हरियाणा राज्‍य प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड ने इंडियन ऑयल के नैफ्था क्रैकर प्लांट पर 74 लाख का हर्जाना लगाया है। हर्जाना एक महीने में जमा करवाना होगा।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 28 Jul 2020 09:05 AM (IST)Updated: Tue, 28 Jul 2020 09:05 AM (IST)
प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड का एक्‍शन, इंडियन ऑयल के नैफ्था क्रैकर प्लांट पर 74 लाख का जुर्माना
प्रदूषण नियत्रंण बोर्ड का एक्‍शन, इंडियन ऑयल के नैफ्था क्रैकर प्लांट पर 74 लाख का जुर्माना

पानीपत, जेएनएन। पर्यावरण में जहर घोलने वालों पर एनजीटी ने सख्‍त रवैया अपना लिया है। पहले रिफाइनरी और अब इंडियन ऑयल के नैफ्था क्रैकर प्लांट पर लाखों का जुर्माना लगाया गया है। इस हर्जाने को एक महीने के अंदर-अंदर जमा करना होगा।  

loksabha election banner

एनजीटी की गाइड लाइन पर हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इंडियन ऑयल के नैफ्था क्रैकर प्लांट पर 74 लाख 10 हजार रुपये का हर्जाना लगाया है। पर्यावरण सुधार के लिए आइओसीएल को यह हर्जाना देना होगा। सिठाना के सरंपच सतपाल की शिकायत पर ज्वाइंट कमेटी ने रिफाइनरी के साथ नैफ्था क्रैकर प्लांट का निरीक्षण भी किया था। जांच के दौरान सैंपल लिए गए थे। नैफ्था क्रैकर प्लांट के सैंपल भी पास नही हुए। प्लांट से पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। पर्यावरण की भरपाई के लिए हर्जाना लगाया गया है। 

नैफ्था क्रैकर प्लांट बालजाटान (पानीपत रिफाइनरी) में लगा हुआ है। 22 जुलाई को हुई कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया गया। ईपी रूल्स 1986 में यह कार्रवाई की गई है। प्रदूषण नियंत्रण के मानकों पर प्लांट खरा नहीं उतरा। 

बोर्ड ने बैंक में हर्जाना राशी जमा कराने के निर्देश दिए 

राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आगामी 15 दिनों पंचकूला स्थित इंडुसिंड बैंक सेक्टर 9 की शाखा में हर्जाने की रकम भरने के निर्देश जारी किए हैं। बैंक खाता नंबर व आइएफएससी कोड जारी किया गया है। 

दो दिन पहले रिफाइनरी पर 25 करोड़ हर्जाना लगा 

दो दिन पहले ही एनजीटी ने रिफाइनरी पर पर्यावरण को दूषित करने पर 25 करोड़ रुपये का हर्जाना लगाया था। इससे पहले रिफाइनरी पर 17.31 करोड़ का हर्जाना लगाया जा चुका है। हर्जाने की रकम से पर्यावरण का सुधार किया जाएगा। 

रिफाइनरी के नैफ्था क्रैकर प्लांट पर 74 लाख का हर्जाना लगाया गया। हर्जाना भरने के लिए पत्र लिख दिया गया है। इस राशि से पर्यावरण को हु्ए नुकसान की भरपाई की जानी है। 

शैलेंद्र अरोड़ा, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पानीपत।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.