केस से नाम हटा दूंगा, साढ़े तीन लाख रुपये चाहिए, रिश्वत लेने पर एएसआई गिरफ्तार
केस से नाम निकालने की एवज में साढ़े तीन लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोपित एएसआई गिरफ्तार कर लिया गया। लेन देन की रिकॉर्डिंग कर ली। इसके बाद रिश्वत का पर्दाफाश हुआ।
पानीपत/जींद, जेएनएन। हत्या के प्रयास के दर्ज मामले से दो युवकों के नाम निकालने की एवज में साढ़े तीन लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में मोहाना थाना सोनीपत में तैनात रहे तत्कालीन जांच अधिकारी एवं एएसआई बलजीत को गिरफ्तार किया है। इस माले की जांच एएसपी अजित सिंह शेखावत कर रहे हैं।
असंध करनाल निवासी राजबाला ने डीजीपी को दी शिकायत में बताया था कि 19 अगस्त 2019 को उसके बेटे विरेंद्र व रङ्क्षवद्र समेत चार लोगों के खिलाफ मोहाना थाना सोनीपत में जानलेवा हमला, शस्त्र अधिनियम तथा छीना झपटी का मामला दर्ज हुआ था। उसके बेटे का नाम मुकदमें से निकालने की एवज में मोहाना थाना के तत्कालीन प्रभारी संदीप, जांच अधिकारी बलजीत व हवलदार सतपाल ने साढ़े तीन लाख रुपये लिए थे।
उसका बेटा मुकदमें से नहीं निकल पाया, जिस पर उसने राशि वापस मांगी तो राशि लौटाने से मना कर दिया और मुकद्दमें में उसके पति व दूसरे लड़के को फंसाने की धमकी दी। रुपयों के लेनदेन की रिकार्डिंग उन्होंने कर ली। जिसके आधार पर मोहाना थाना में 26 नवंबर 2019 को तत्कालीन थाना प्रभारी संदीप, जांच अधिकारी बलजीत व हवलदार सतपाल के खिलाफ अवैध वसूली तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
आरोपितों को निलंबित कर सोनीपत लाइन हाजिर कर दिया गया था। मामला सोनीपत जिले का होने के कारण राजबाला ने जांच दूसरे जिले के पुलिस अधिकारी से करवाने की अपील की थी। जिस पर मामले की जांच जींद के एएसपी अजित सिंह शेखावत को सौंपी गई थी। जिसके आधार पर सफीदों थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तत्कालीन जांच अधिकारी एएसआई बलजीत को गिरफ्तार कर लिया।
एएसपी अजित सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपित समेत तीन पुलिस कर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज हुआ था। शिकायकर्ता की अपील पर जांच सोनीपत जिले से बाहर के चलते उन्हें सौंपी गई थी। फिलहाल आरोपित एएसआई बलजीत को गिरफ्तार किया गया है।
पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें