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चाय पानी पर टिकी Haryana Police की कार्रवाई, पीडि़तों ने किया चौंकना वाला पर्दाफाश Panipat News

दहेज उत्पीडऩ के मामले में हरियाणा पुलिस के दो कर्मचारियों ने पीडि़तों से चाय पानी का खर्चा मांग लिया। यही नहीं गुडग़ांव से आरोपितों को उठाकर लाने के 50 हजार रुपये मांगे।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 01:05 PM (IST)Updated: Tue, 05 Nov 2019 01:06 PM (IST)
चाय पानी पर टिकी Haryana Police की कार्रवाई, पीडि़तों ने किया चौंकना वाला पर्दाफाश Panipat News
चाय पानी पर टिकी Haryana Police की कार्रवाई, पीडि़तों ने किया चौंकना वाला पर्दाफाश Panipat News

पानीपत/अंबाला,जेएनएन। दहेज उत्पीडऩ के मामले में में आरोपितों को गुरुग्राम से उठाने के लिए जहां पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगी वहीं प्राइवेट गाड़ी और खाने पीने का इंतजाम तक करने का फरमान पीडि़त महिला को सुना दिया। मामला इतने पर ही खत्म नहीं हुआ और यहां तक कह डाला की पूरे थाने की चाय पानी करनी है और ऊपर तक यह रुपये जाएंगे। थाने में आना तो रुपये लेकर आना। पड़ाव थाना ने आरोपित एएसआई रिशीपाल व ईएचसी देवेंद्र कुमार के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू की है। इस मामले की जांच डीएसपी मुनीष सहगल कर रहे हैं। 

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यह है मामला 

थाना पड़ाव पुलिस को दी शिकायत में मीना निवासी रेलवे कालोनी अंबाला छावनी ने बताया कि उसकी शादी दीपक कुमार निवासी पुलिस लाइंस गुडग़ांव में छह साल पहले हुई थी। शादी के बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताडि़त किया जाने लगा। उसने सारी बात अपने परिजनों को बताई। अगस्त 2019 में उसे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया, जबकि उसे मायके वाले ले आए। मामला महिला सैल अंबाला शहर में दिया गया, जिसके बाद केस पड़ाव थाने को सौंप दिया गया। जांच अधिकारी (आइओ) रिशीपाल ने बयान लिए और कहा कि बहुत जल्द गुडग़ांव से आरोपितों को उठाकर लाएंगे। आइओ ने पचास हजार रुपये नकद की मांग की। साथ ही कहा कि गुडग़ांव जाने के लिए पर्सनल गाड़ी करनी होगी और खिलाने पिलाने का भी बढिय़ा इंतजाम करना होगा। जब हमने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जाहिर की, तो उन्होने कहा कि सारे थाने की चाय पानी करनी है। इतना ही नहीं यह सारा पैसा ऊपर तक जाएगा। इसके बाद रिशीपाल ने कई दिन तक पैसे के लिए लगातार फोन किए। यह भी कह दिया कि थाने में आना तो पैसे लेकर ही आना। मीना ने आरोप लगाया कि इस सारे प्रकरण में थाने में ईएचसी देवेंद्र भी शामिल है।

सूचना लीक या फिर इत्तेफाक, खाली लौटी विजिलेंस 

इस मामले को लेकर सूचना विजिलेंस को भी शिकायतकर्ता ने दी थी। इसी पर विजिलेंस की टीम ने थाना पड़ाव में दोनों आरोपितों को दबोचने के लिए छापामारी भी की। लेकिन यह संयोग कहे या कुछ और कि दोनों ही कर्मचारी थाने में नहीं मिले। विजिलेंस की टीम ने मौके पर थाने में मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ तो की, लेकिन कुछ खास हासिल नहीं हो पाया। इसी कारण से विजिलेंस को थाने से खाली हाथ लौटना पड़ा। इसी बीच पुलिस हरकत में आई और मामले की जांच खुद कर आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर लिया। 

शिकायतकर्ता से आरोपों के प्रूफ मांगे गए हैं: एसपी 

एसपी अभिषेक जोरवाल ने कहा कि इस मामले में एफआइआर दर्ज कर ली गई है। शिकायतकर्ता पक्ष को बुलाया है ताकि आरोपों को लेकर सच्चाई पत चल सके। इसके बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। 


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