कोहरे और शीतलहर ने बढ़ाई ठंड, 24 घंटे में बदल सकता है मौसम का मिजाज, बारिश की संभावना
Haryana Panipat Weather Update पानीपत सहित करनाल यमुनानगर जींद कैथल अंबाला और कुरुक्षेत्र में कोहरे के साथ शीतलहर की वजह से ठंड बढ़ गई है। पानीपत में आठ किलोमीटर की स्पीड से चली शीतलहर की वजह से रात में तापमान छह डिग्री रहा।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत में कोहरे के साथ हवा की तेज गति ने ठिठुरन बढ़ा दी। आठ किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चली हवा से सर्दी बढ़ती दिखी। रात का न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में बादल छा सकते हैं। इस बीच एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत आज पहुंचने वाला है, लेकिन इसका प्रभाव पर्वतीय क्षेत्रों तक ही सीमित रहेगा। हालांकि इसके प्रभाव से पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान के भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो सकता है जो कि 28 दिसंबर तक बना रहेगा। उसके बाद आगे यह निकल जाएगा। इसके चलते 26 और 27 दिसंबर को पंजाब, हरियाणा, राजस्थान तथा दिल्ली-एनसीआर में आंशिक बादल छा सकते हैं।
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पश्चिमी विक्षोभ का असर, बदल सकता है मौसम का मिजाज
वहीं करनाल में न्यूनतम तापमान 4.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं अधिकतम तापमान भी सामान्य से नीचे चल रहा है। जो 19.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह के समय नमी की मात्रा 100 फीसदी दर्ज की गई। हवा 3.2 किलोमीटर प्रतिघंटा की औसत रफ्तार से चली।
आंशिक बादलों के चलते ही न्यूनतम तापमान फिर से बढ़ते हुए सामान्य के करीब पहुंच सकता है। इस दौरान मैदानी क्षेत्रों में कई जगहों पर घना कोहरा भी छा सकता है जिसके कारण धूप का असर कम होगा। जाहिर है दिन के तापमान में कुछ गिरावट दर्ज होगी। वर्तमान मौसम के आधार पर हमारा अनुमान है कि यही स्थितियां दिसंबर के आखिर तक यानि 2020 की विदाई तक बनी रहेंगी।
कुरुक्षेत्र में तीन दिन राहत के बाद शनिवार को सुबह कोहरा
पिछले तीन दिनोें से धूप खिलने पर राहत के बाद शनिवार को सुबह ही आसमान में धुंध छा गई। सुबह ही धुंध छाने से दृश्यता कम रही, जिससे जीटी रोड सहित अन्य सड़कों पर वाहन रेंग कर चले। न्यूनतम तापमान भी दो डिग्री कम होकर चार डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। मौसम विशेषज्ञों ने अभी तीन-चार दिनों तक मौसम इसी तरह रहने का अनुमान जताया है। कृषि विशेषज्ञों ने धुंध और ठंड को गेहूं व सरसों की फसल के लिए लाभदायक बताया है।
गेहूं के लिए फायदेमंद
कृषि विशेषज्ञ डा. प्रद्युम्मन भटनागर ने कहा कि ठंड और धुंध गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद है। ठंड जितनी लंबी चलेगी, गेहूं को उतना ही फुटाव करने का समय मिलेगा। इससे पैदावार अच्छी रहेगी। हालांकि सब्जियों और छोटे पौधों को ठंड से बचाए रखना जरूरी है। इसके लिए किसान खेत में हवा के बहाव को देखकर पराली जलाकर इससे धुंआ कर सकते हैं। इसके साथ ही रात के समय पाले से बचाने के लिए सब्जी की फसल को पराली से ढककर रख सकते हैं।