पानीपत में 3 दिन में 3 महिलाएं बनीं शिकार, किसी का नाले में मिला शव तो किसी का चेहरा जलाया
पानीपत में तीन महिलाओं के शव मिलने से सनसनी फैली हुई है। किसी की हत्या कर नाले में फेंक दिया गया तो किसी की पहचान छिपाने को उसका चेहरा जला दिया। तीनों की शिनाख्त नहीं हुई।
पानीपत, जेएनएन। सरकार महिला सुरक्षा का दंभ भर रही है। लेकिन महिलाएं कितनी सुरक्षित है ये कस्बे में तीन दिन की वारदातें बयां कर रही है। किसी को अर्धनग्न कर नाले में गिराया गया तो किसी को आग लगा कर पूरी तरह पहचान ही मिटा दी गई। तीनों दिन महिलाओं के अलग अलग जगहों पर शव मिलने से लोग हैरान हैं। वहीं पुलिस को भी कुछ सूझ नहीं रहा है। क्योंकि तीनों में से किसी की भी शिनाख्त नहीं हो पाई है। जिससे जांच को आगे बढ़ाया जा सके।
वारदात नंबर -1
सात सितंबर सोमवार को दोपहर के समय चुलकाना रोड स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के पास करीब 23 वर्षीय एक युवती का अर्धनग्न शव मिला। समालखा चौकी पुलिस ने नरेश के बयान पर 174 की कार्रवाई करते हुए मंगलवार को पानीपत के सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम करा कर बुधवार को शव का अंतिम संस्कार करा दिया। युवती की हत्या कर शव को नाले में गिराने की आशंका है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही असल कारणों का पता चल सकेगा। शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई।
वारदात नंबर -2
आठ सितंबर मंगलवार को दोपहर 12 बजे के करीब स्टेशन मास्टर से जीआरपी को चुलकाना फ्लाईओवर हैफेड गोदाम के पास रेलवे लाइन के किनारे शव पड़ा होने की सूचना मिली। जहां करीब 22 वर्षीय एक युवती का सप्ताह भर पुराना कंकाल मिला। उसे भी झाड़ियों में गिरा कर आग लगाई गई। ताकि पहचान न हो सके। जीआरपी कंकाल को सामान्य अस्पताल स्थित शवगृह में रखवा शिनाख्त में लगी है।
वारदात नंबर -3
नौ सितंबर सुबह छह बजे। बुड़शाम से दीवाना रोड रजवाहे के किनारे महिला का अधजला शव मिला। आरोपितों ने हत्या करने के बाद महिला के कपड़े व घासफूस को चेहरे व छाती पर डालकर आग लगाई, ताकि मृतका की पहचान न हो सके। आग के कारण मृतका का चेहरा व छाती बुरी तरह से झुलस गया। ऐसे में पहचान करना मुश्किल होगा।
पुलिस के लिए चुनौती बने
तीन दिन में तीन महिलाओं के शव मिले। तीनों की हत्या कर आरोपितों ने शव को खुर्द बुर्द कर पहचान मिटाने को प्राथमिकता दी, ताकि शिनाख्त ही न हो सके। वहीं आरोपितों की इसी चालाकी ने पुलिस की चुनौती को बढ़ा दिया है। क्योंकि वारदात को सुलझाने के लिए शिनाख्त सबसे बड़ी पहेली है। थाना प्रभारी हरविंदर सिंह का भी कहना है कि शिनाख्त उनकी प्राथमिकता है। उसके बाद वारदात को सुलझाने में समय नहीं लगेगा।