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स्‍टाइपेंड पर आंदोलन की तैयारी, आयुष पीजी में छात्र शुरू कर सकते हैं प्रदर्शन

प्रदेश सरकार ने आयुष पीजी का स्टाइपेंड 39 से 45 हजार निर्धारित किया है। लेकिन छात्र इस स्‍टाइपेंड पर मानने को तैयार नहीं हैं। अब उन्‍होंने आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। विद्यार्थी 60 से 65 हजार की मांग पर अड़े थे।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 05:46 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 05:46 PM (IST)
स्‍टाइपेंड पर आंदोलन की तैयारी, आयुष पीजी में छात्र शुरू कर सकते हैं प्रदर्शन
कुरुक्षेत्र स्थित श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय में छात्र आंदोलन की तैयारी में।

पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। सरकार ने श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के अंतर्गत पीजी कर रहे आयुष के विद्यार्थियों का स्टाइपेंड निर्धारित कर दिया है। प्रथम वर्ष इन विद्यार्थियों को 39 हजार 848, दूसरे वर्ष 42 हजार और तीसरे वर्ष 45 हजार रुपये स्टाइपेंड दिया जाएगा। अभी इन विद्यार्थियों को विवि की ओर से 35 हजार रुपये दिया जा रहा था। जबकि विद्यार्थी 60 से 65 हजार की मांग पर अड़े थे। स्टाइपेंड का पत्र जारी होने के बाद विद्यार्थियों ने आंदोलन की तैयारी कर दी है।

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बुधवार को विद्यार्थी कुलपति डा. बलदेव से भी मिलने पहुंचे। मगर वहां से भी कोई संताेषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद अब विद्यार्थी आगे आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं। विद्यार्थी इसमें कानूनी सलाह भी ले रहे हैं।

गाैरतलब है कि श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय के अंतर्गत श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कालेज एवं अस्पताल में पांच विषयों में पीजी कर रहे 24 विद्यार्थियों ने पिछले ही दिनों स्टाइपेंड की मांग को लेकर हड़ताल कर दी थी। इन विद्यार्थियों ने काम करने से मना कर दिया था और आरोप लगाया था कि उन्होंने कामन प्रवेश परीक्षा में टॉप किया था और इसलिए विवि को चुना था कि पहली बार पीजी होने के चलते उन्हें यहां पर अच्छी फैकल्टी और स्टाइपेंड भी मिलेगा।

मगर एक वर्ष बीतने के बाद भी अब तक उनका स्टाइपेंड निर्धारित नहीं हुआ। विद्यार्थियों को विवि प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही उनका स्टाइपेंड निर्धारित कर दिया जाएगा। तब तक विद्यार्थियों को 35 हजार रुपये मासिक शुरू कर दिए गए थे। वहीं विद्यार्थी 60 से 65 हजार रुपये स्टाइपेंड की मांग कर रहे थे। विद्यार्थियों ने आश्वासन के बाद हड़ताल भी खत्म कर दी थी।

विवि प्रशासन ने यह केस बनाकर सरकार के पास भेजा था। विद्यार्थियों को उम्मीद थी कि उन्हें भी दिल्ली और दूसरे राज्यों में पीजी कर रहे विद्यार्थियों की तरह 60 से 65 हजार रुपये स्टाइपेंड मिलेगा, मगर उनकी यह मांग तो पूरी नहीं हुई। परंतु सरकार ने तृतीय वर्ष में 45 हजार रुपये तक उनका स्टाइपेंड मंजूर कर दिया। श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक कालेज के प्रिंसिपल डा. देवेंद्र खुराना ने बताया कि सरकार ने पीजी के विद्यार्थियों का स्टाइपेंड निर्धारित कर दिया है। एसीएस की ओर से पत्र प्राप्त हो चुका है।


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