Kapalmochan: 46 साल में बंसी लाल के बाद 19 को कपालमोचन आएंगे Haryana CM, तीनों सरोवरों में करेंगे पूजा
Kartik Purnima 2021 हरियाणा के यमुनानगर में लगने वाले कपालमोचन में 46 साल में बंसी लाल के बाद मुख्यमंत्री सीएम मनोहर लाल आएंगे। 19 नवंबर को कपालमोचन मेले में हरियाणा सीएम मनोहर लाल कपालमोचन ऋणमोचन व सूरजकुंड सरोवर में पूजा करेंगे।
बिलासपुर (यमुनानगर), संवाद सहयोगी। कई दशक के बाद कपालमोचन मेले में मुख्यमंत्री का आ रहे हैं। 19 नवंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल कपालमोचन मेले में पहुंचेंगे। वह कपालमोचन सरोवर, ऋणमोचन सरोवर व सूरजकुंड सरोवर पर पहुंच कर पूजा करेंगे। तीनों सरोवरों में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्नान भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री के आने की सूचना से पूरा प्रशासनिक अमला अलर्ट हो गया है। कार्यक्रम के लिए तैयारी चल रही है।
कपालमोचन मेले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पहले भी कई मुख्यमंत्री पहुंच कर पूजा अर्चना कर चुके है। जिन्होंने यहां पहुंच कर पवित्र सरोवरों में स्नान कर पूजा अर्चना की है। बंसीलाल जब पहली बार मुख्यमंत्री बने थे तो अपने कार्यकाल के आखिरी साल 1972 में वह भी कपालमोचन में आए थे। मोगा धर्मशाला के पीछे उन्होंने जनसभा को भी संबोधित किया था। उस समय कार्यक्रम में दीवान साहब बहुत की आकर्षक ढंग से सजाया गया था। वह चार बार प्रदेश के सीएम रहे। उनसे पूर्व वर्ष 1955 के 28 नवंबर को मेले के दौरान भीम सैन सच्चर ने कपालमोचन में पहुंच कर ऋणमोचन सरोवर के चारों ओर पक्के घाट बनाने का शिलान्यास किया था।
एक घंटे में तीनों सरोवरों व गुरुद्वारा में शीश नवाएंगे सीएम
मनोहर लाल सुबह नौ बजे कपालमोचन में पहुंचेंगे। राजकीय माहविद्यालय अहड़वाला के प्रांगण में हेलीपैड बनाया जाएगा। जहां से सीएम सबसे पहले गुरुद्वारा में बीस मिनट के लिए रूकेंगे। इसके पश्चात 15 मिनट कपालमोचन सरोवर में स्नान व पूजा अर्चना करेंगे। फिर ऋण मोचन व सूरजकुंड सरोवर पर पूजा अर्चना करेंगे। जिसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन ने अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है। 19 नवंबर के सीएम कार्यक्रम से पूर्व प्रशासन के द्वारा मोक ड्रिल की जाएगी ,ताकि मेले में उमड़ी भीड़ के दौरान कोई चूक न हो।
डीसी व एसपी स्वयं कर रहे दौरा
मेले के मुख्य प्रशासक डीसी पार्थ गुप्ता का कहना है कि मेले में आ रहे श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए वह खुद अधिकारी के साथ मेले का दौरा कर रहे हैं। सरोवरों पर पहुंचने वाले रास्ते बाधित न हो।