Haryana Budget 2022: कौन हैं दर्शन लाल जैन, जिनके नाम पर हरियाणा बजट में हुआ पुरस्कार का ऐलान
हरियाणा बजट में सीएम मनोहर लाल दर्शन लाल जैन पुरस्कार की घोषणा की है। पर्यावरण संरक्षण और संर्वधन के क्षेत्र में दर्शन लाल जैन का उत्कृष्ट योगदान रहा। पर्यावरणविद् भी सीएम मनोहर लाल के इस फैसले की सराहना कर रहे हैं।
यमुनानगर, [संजीव कांबोज]। पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने वालों के दिलों में अब पद्मभूषण स्व.दर्शन लाल जैन की यादें हमेशा ताजा रहेंगी। बजट में सीएम मनोहर लाल ने उनके नाम पर नया पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की है। दर्शन लाल जैन पुरस्कार के तहत दो व्यक्तियों को क्रमश: तीन लाख व दो लाख रुपये पुरस्कार राशि दी जाएगी। सरकार के इस निर्णय को पर्यावरणविद् ऐतिहासिक मान रहे हैं। उनके मुताबिक इससे पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाले हर व्यक्ति को नई ऊर्जा मिलेगी।
सरस्वती नदी को पुनर्जीवित के लिए किए निरंतर प्रयास
सरस्वती नदी को पुनर्जीवित करने के लिए स्वगी्रय जैन ने निरंतर प्रयास किए। 1999 में सरस्वती नदी शोध संस्थान का रजिस्ट्रेशन करवाया। तभी से संघर्ष की मुहिम शुरू कर दी। राजस्व से रिकार्ड निकलवाया। जिले के 43 गांवों के लोगों को सरस्वती की धार्मिक मान्यताओं के बारे में बताया। वर्ष 2000 में राज्यपाल बाबू महावीर प्रसाद से आदिबद्री में उद्गम स्थल का शुभारंभ करवाया। 2006 में सिरसा में सरस्वती नदी पर आयोजित कार्यक्रम में सिचाई मंत्री कैप्टन अजय यादव को नदी की बिगड़ती हालत के बारे विस्तार से बताया।
21 अप्रैल 2008 सरकार ने लेटर भेजकर उनको चंडीगढ़ बुलाया। इस बैठक में में ओएनजीसी के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। ड्रिल करने के लिए दो मई 2008 को अनुमति मिल गई। भाजपा सरकार आने पर सरस्वती नदी की खोदाई पर काम शुरू हुआ। पांच मई 2015 में खुदाई के दौरान सात फीट की गहराई पर पानी भी निकला। जैन ने सरस्वती को बचाने के लिए प्रदेश के अलावा राजस्थान सहित अन्य जिलों में भी गए। सरस्वती नदी के निरंतर बहाव हो लेकर आज सरकार विशेष मिशन पर जुट चुकी है। आदिबद्री में डैम निमा्रण के लिए हरियाणा व हिमाचल सरकार के बीच एमओयू साइन हो चुका है।
यह बोले पर्यावरणविद्
हरियाणा एन्वार्यमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष प्रोफेसर एसएल सैनी का कहना है कि पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने के लिए अगर सरकार प्रोत्साहित करती है तो यह बड़ी बात है। पद्मभूषण स्वर्गीय दर्शन लाल जैन के नाम पर पुरस्कार की घोषणा करना उनको सच्ची श्रद्धांजलि है। उनके उत्कृष्ट कार्यों का सम्मान है। इसी प्रकार, राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित सेवानिवृत्त अध्यापक जय कुमार रोहिला का कहना है कि पद्भमभूषण स्वर्गीय दर्शन लाल जैन ने अपना पूरा जीवन सरस्वती की खोज में लगा दिया है। शिक्षा के क्षेत्र में अभूत पूर्व योगदान किया। लोगों को समाज सेवा के लिए प्रेरित किया है। महिला उत्थान के लिए भी प्रयास किए हैं। दूसरों को भी उनके जीवन से प्रेरणा मिलेगी।