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Kisan Andolan: करनाल पहुंचे चढ़ूनी ने कहा, किसान आंदोलन के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार

किसान आंदोलन को लेकर 25 नवंबर को होने वाली पदयात्रा को रद कर दिया गया है। यह ऐलान भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्‍यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने की। प्रदेशाध्‍यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी करनाल के बसताड़ा टोल प्‍लाजा पर पहुंचे।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 17 Nov 2021 03:57 PM (IST)Updated: Wed, 17 Nov 2021 03:57 PM (IST)
Kisan Andolan: करनाल पहुंचे चढ़ूनी ने कहा, किसान आंदोलन के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार
भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी।

घरौंडा (करनाल), संवाद सहयोगी। भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने 25 नवंबर को अंबाला से प्रस्तावित शहीद किसान सम्मान यात्रा रद किया। भाकियू नेता चढ़ूनी बुधवार सुबह बसताड़ा टोल प्लाजा पहुंचे और यहां मौजूद आंदोलनकारियों के साथ बैठक में मौजूदा हालात और भावी रणनीति को लेकर गहन विचार-विमर्श किया। इस दौरान मुख्य रूप से 25 नवंबर को अंबाला से दिल्ली तक निकाली जाने वाली किसान सम्मान यात्रा को लेकर कायम असमंजस पर चर्चा हुई।

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बैठक के बाद मीडिया के सामने आए चढ़ूनी ने कहा कि आंदोलन को बचाने के लिए शहीद किसान सम्मान यात्रा वापस ली जा रही है। दरअसल, यह यात्रा 25 नवंबर को प्रस्तावित थी लेकिन कुछ लोगों ने 24 नवंबर को भी यात्रा रख दी है, जिसे लेकर आपस में आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। इससे एकजुटता की भावना पर असर पड़ रहा है। हमें दुख है कि जिस आंदोलन को लेकर इतना संघर्ष हो रहा है और बलिदान दिए हैं, उससे जुड़े कुछ लोग किसी शख्स को नीचा दिखाने की खातिर ऐसा झूठ भी बोल सकते हैं। जबकि किसान सम्मान यात्रा का निर्णय अलग अलग कमेटियों से पास करने के बाद ही लिया गया था।

चढ़ूनी बोले- मुझे बनाया था अध्‍यक्ष

चढ़ूनी ने कहा कि आठ माह पूर्व बनी संयुक्त किसान मोर्चा की हरियाणा कमेटी में मुझे अध्यक्ष बनाया गया था। जबकि अब एक और नकली कमेटी बना दी गई ताकि हरियाणा के लोगों में फूट डाली जा सके। हालांकि, इस कमेटी की बैठक में भी 24 नवंबर की किसी यात्रा का प्रस्ताव पारित नहीं हुआ। इसके बावजूद भ्रम फैलाया जा रहा है। यह सब सुनियोजित है। हम किसी कीमत पर आंदोलन को टूटने नहीं देना चाहते। इसके लिए हम सिर झुका भी सकते हैं और कटवा भी सकते हैं। इसी सोच के साथ 25 नवंबर को दिल्ली कूच का ऐलान वापस ले रहे हैं। उम्मीद है कि अब पूरे देश से इस आंदोलन को बल मिलेगा। इसमें जो भी सहयोग या सहभागिता करने के लिए हमें कहा जाएगा, हम तैयार हैं। आंदोलन की मजूबती के लिए सभी साथी शांति बनाए रखें और किसी भ्रामक प्रचार में न आएं। बैठक में जगदीप सिंह औलख और अन्य आंदोलनकारी मौजूद रहे।


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