Kisan Andolan: हरियाणा में किसान आंदोलन को फिर से गति देने की तैयारी, 3 अप्रैल को शाहाबाद में महापंचायत
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 3 अप्रैल को भाकियू की महापंचायत है। इसमें गुरनाम सिंह चढ़ूनी और डॉ. उदित राज पहुंच रहे हैं। दलित व किसान महापंचायत को लेकर किसानों ने कमर कस ली है। महापंचायत को सफल बनाने के लिए किसानों के साथ दलितों को भी न्यौता दिया गया है।
कुरुक्षेत्र, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन को तेज करने के लिए कमर कस ली है। इसके लिए अब दलितों को भी आंदोलन के साथ जोड़ने की तैयारियां चल रहीं हैं। इसी योजना पर काम करते हुए भाकियू ने तीन अप्रैल को शाहाबाद के उधम सिंह स्मारक परिसर में दलित व किसान महापंचायत बुलाई है।
इस महापंचायत में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बुलाने के लिए गांवों में प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। किसान नेता गांवों में पहुंच किसानों के साथ-साथ दलितों के पास पहुंचकर उन्हें भी महापंचायत के लिए न्यौता दे रहे हैं। इस महापंचायत में भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी और अखिल भारतीय परिसंघ के अध्यक्ष डॉ. उदित राज तीन कृषि कानूनों के विरोध में चलाए जा रहे आंदोलन को तेज करने के लिए ड्यूटियां लगा सकते हैं।
चार माह से ज्यादा समय से भाकियू आंदोलनरत
तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले चार माह से भी अधिक समय से आंदोलनरत है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आंदोलन को लगातार जारी रखने के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसके लिए जिला मुख्यालयों से ब्लॉक स्तर तक प्रदर्शन, सभी टोल फ्री करना और समाज के सभी वर्गाें से समर्थन के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं।
किसान यूनियन के बड़े नेता पहुंचेंगे
इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन ने तीन अप्रैल को शाहाबाद में दलित व किसान महापंचायत बुलाई है। इस बैठक में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी और भारतीय परिसंघ के अध्यक्ष डॉ. उदित राज पहुंच रहे हैं। इस महापंचायत की सफलता के लिए ग्रामीणों को न्यौता दिया जा रहा है।
भाकियू के लिए महत्वपूर्ण है महापंचायत
कुरुक्षेत्र में शाहाबाद क्षेत्र भाकियू का गढ़ रहा है। भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी इस क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं। आंदोलन को शुरू हुए चार माह से ज्यादा हो गए हैं। अब इसे दोबारा से गति देने के लिए संयुक्त मोर्चा की ओर से इस तरह के कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं। इस महापंचायत के किसान नेता पिछले सप्ताह भर से गांवों का दौरा कर रहे हैं।
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