बढ़ रहे पथरी के केस, ज्यादा पानी पिएं
शरीर के कुछ अन्य अंगों में भी पथरी बनती है। सेक्टर-12 स्थित आरपी स्टोन में पथरी रोग विशेषज्ञ डा. पवन गुप्ता ने यह जानकारी दी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : किडनी (गुर्दे), पित्ताश्य, मूत्राश्य, मूत्र मार्ग में किडनी के केस बढ़ रहे हैं। इनके अलावा पेनक्रियाज (अग्नाश्य) में भी पथरी बन सकती है, लेकिन 1000 में से किसी एक को होती है। शरीर के कुछ अन्य अंगों में भी पथरी बनती है। सेक्टर-12 स्थित आरपी स्टोन में पथरी रोग विशेषज्ञ डा. पवन गुप्ता ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि शरीर के किसी भी अंग में पथरी बनने का कोई निश्चित कारण पता नहीं चला है। खराब जीवनशैली, जंक फूड का सेवन, कम मात्रा में पानी पीना, कैल्शियम की मात्रा बढ़ना जैसे अनेक कारण किडनी, मूत्राश्य और मूत्र नली में किडनी का कारण माने गए हैं।
उन्होंने बताया कि पांच-छह एमएम की पथरी के लिए सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती। दवाइयों व अन्य उपाय करने से निकल जाती है। इससे अधिक मोटी पथरी किडनी को नुकसान पहुंचाती है। असहनीय दर्द से निजात पाने के लिए सर्जरी ही विकल्प है। किडनी का दर्द पसलियों और पेट में होता है। मूत्राश्य-मूत्रनली में पथरी होने से पेशाब करते समय दर्द होता है। किडनी में पथरी होने पर पेशाब का रंग भी बदल जाता है, खून आना भी आने लगता है।
जागरण में करें फोन, पथरी पर डा.पवन गुप्ता देंगे जवाब
इसी विषय पर दैनिक जागरण कार्यालय में 10 मार्च की शाम तीन से चार बजे तक हेलो जागरण का आयोजन होना है। सुधी पाठक पथरी रोग से पीड़ित हैं या इस विषय पर डा. पवन गुप्ता से सलाह लेना चाहते हैं तो मोबाइल फोन नंबर 8930300299, 8950874709 पर काल कर सकते हैं।