पानीपत में शादी का मंडप छोड़ भागा दूल्हा, दुल्हन पक्ष ने की मिन्नतें, पहुंचा थाने
पानीपत में शादी के फेरे चल रहे थे। तभी दूल्हा मंडप छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने काफी तलाश की लेकिन वह मिला नहीं। लड़के पक्ष वाले भी नहीं बता सके कि लड़का कहां गया। इसके बाद सीधे थाने पहुंच गया।
पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत में शादी के फेरे के बीच दूल्हा मंडप छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने उसकी काफी तलाश की। दूल्हा पक्ष के लोग भी दूल्हे के बारे में नहीं बता सके। इसके बाद दूल्हन पक्ष के लोगों ने फोन कर मिन्नतें की तो वह थाने पहुंचा।
देशराज कालोनी में 17 साल की किशोरी की शादी 25 साल के युवक से होने जा रही थी। महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने पुलिस की मदद से शादी को रुकवाया। दूल्हा पुलिस को देख बरात छोड़कर फरार हो गया। लड़की पक्ष की ओर से फोन किया गया, तब वह थाने पहुंचा।
10वीं पढ़ती दूल्हन
रजनी गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश, जिला शाहजहांपुर के एक गांव का वासी कई वर्षों से देशराज कालोनी में परिवार के साथ रहा है। उसका एक बेटा (22 साल) और बेटी (17 साल) हैं। बेटी मूल गांव के स्कूल में कक्षा 10 तक पढ़ी है। पिता अपनी नाबालिग बेटी का विवाह पटेल नगर वासी 25 वर्षीय एकाउंटेंट से करने की तैयारी में था। बरात पहुंच चुकी थी। मौके पर पहुंचे तो लड़की की आयु का कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके। लड़की का आधार कार्ड भी लड़का पक्ष के पास था।
पुलिस को देखकर भागा
टीम के साथ पुलिस को देख लड़का फरार हो गया। शादी को रुकवाते हुए लड़की को महिला थाना लाया गया। उसके स्वजन भी मौके पर पहुंच गए। लड़की पक्ष ने फोन किया तो लड़का भी थाना में पहुंच गया। आधार कार्ड के मुताबिक लड़की की आयु 17 साल निकली। अब दोनों पक्षों को वीरवार को बुलवाया है। स्वजनों को लड़की का स्कूल प्रमाण पत्र भी साथ लाना होगा ताकि उसी आयु को सही मानकर अग्रिम कार्यवाही की जा सके।
पिता बोला, मैं बीमार
पिता ने रजनी गुप्ता को बताया कि 18 साल से कम आयु में बेटी की शादी नहीं कर सकता, इसकी जानकारी है। उसे श्वास की तकलीफ है। मृत्यु का डर सताता रहता है कि पता नहीं कब दम निकल जाए। आर्थिक तंगी भी रहती है, इसलिए बेटी की शादी जल्द करना चाहता हूं। बिचौलिया महिला भी शादी को संपन्न होने की गुहार टीम के समक्ष लगाती रही।
आयु का नहीं पता
लड़के ने रजनी गुप्ता को बताया कि लड़की कम आयु की है उसे जानकारी नहीं थी। उधर, लड़की का आधार कार्ड उसके पास होना, बरात छोड़कर भागने से टीम को आशंका है कि उसे पूरी जानकारी थी।
दूसरे मामले में कोर्ट में दायर की जाएगी याचिका
रजनी गुप्ता ने बताया कि छह जुलाई को गांव मेहराना में भी बाल विवाह रुकवाया था। लड़की की आयु 15 साल थी और लड़का भी 21 वर्ष का नहीं हुआ था। करनाल के घरौंडा से लड़का बरात लेकर पहुंचा था। सौतेले पिता ने बताया कि उसने दूसरी शादी की है। मौजूदा पत्नी से एक लड़का, एक लड़की है। लड़की की शादी जल्द कर दूं ताकि जिम्मेदारी कम हो जाए। रजनी के मुताबिक इस मामले में भी आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोर्ट में याचिका दर्ज कराई जाएगी।