बजट में किसानों को राहत दे सरकार : कुलदीप
भारतीय किसान यूनियन की ओर से शुक्रवार को किसान भवन में एक बैठक का आयोजन किया गया। पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल से आम बजट में किसानों को राहत देने की मांग की है। ताकि केंद्र सरकार के 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के वादे को पूरा किया जा सके। इसके साथ किसानों ने सरकार के पराली जलाने वाले किसानों की सुविधाएं बंद करने के संकेत पर विरोध प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, पानीपत : भारतीय किसान यूनियन की तरफ से शुक्रवार को किसान भवन में एक बैठक का आयोजन किया गया। पदाधिकारियों ने सीएम मनोहर लाल से आम बजट में किसानों को राहत देने की मांग की है, ताकि केंद्र सरकार के 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के वादे को पूरा किया जा सके। इसके साथ किसानों ने सरकार के पराली जलाने वाले किसानों की सुविधाएं बंद करने के संकेत पर रोष व्यक्त किया।
जिलाध्यक्ष कुलदीप बलाना ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात कर रही है। इसके लिए फसल की लागत घटाकर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाना होगा। बीज, खाद, रसायन और कृषि यंत्रों पर जीएसटी से छूट दी जाए। किसानों को क्रेडिट कार्ड पर तीन फीसद सब्सिडी की लिमिट को बढ़ाकर पांच लाख रुपये किया जाए। कहा कि शुगर मिलों को चालू हुए करीब तीन माह हो चुके हैं लेकिन गन्ने का भाव घोषित नहीं किया गया। कृषि विभाग द्वारा कहा गया है कि गेहूं व पराली के अवशेष जलाने वाले किसानों को ब्लैक लिस्ट कर सरकारी सुविधाओं को बंद कर दिया जाएगा। सरकार ने ऐसा करने करने की कोशिश की तो भाकियू प्रदेश के किसानों के साथ सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी। इसके विरोध में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। सरकार पराली पर आधारित उद्योगों को प्रोत्साहन दे, ताकि पराली का समाधान हो सके। इस दौरान सूरत सिंह महावटी, टिकू कुराड़, देवेंद्र जागलान, रोहताश आटा, कुलदीप बडौली, बलबीर कवि, जोगिद्र जागलान और प्रकाश जाटल मौजूद रहे।