सरकार ने हेल्थ फैसिलिटी की मांगी बाजार कीमत, कर्मचारियों में भय
प्रदेश सरकार ने सिविल अस्पताल सहित सरकारी बिल्डिंग में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और अर्बन सेंटर आदि की डिटेल सिविल सर्जन कार्यालय से मांगी है। इसमें हेल्थ फैसिलिटी की लोकेशन, क्षेत्रफल और बाजार वेल्यू के विषय में भी जानकारी देनी है। सरकार द्वारा इस तरह की पहली बार मांगी गई जानकारी को लेकर कर्मचारियों को अलग तरह का डर सता रहा है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रदेश सरकार ने सिविल अस्पताल सहित सरकारी बिल्डिंग में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और अर्बन सेंटर आदि की डिटेल सिविल सर्जन कार्यालय से मांगी है। इसमें हेल्थ फैसिलिटी की लोकेशन, क्षेत्रफल और बाजार वेल्यू के विषय में भी जानकारी देनी है। सरकार द्वारा इस तरह की पहली बार मांगी गई जानकारी को लेकर कर्मचारियों को अलग तरह का डर सता रहा है।
सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ने पूछा है कि कितनी हेल्थ फैसिलिटी सरकारी भवनों में संचालित हैं। विभाग ने जानकारी देने के लिए एक सूची तैयार की है। इसमें 1 सिविल अस्पताल, 2 अर्बन हेल्थ सेंटर, 1 सब डिविजन अस्पताल मनाना समालखा, 4 सीएचसी, 16 पीएचसी 43 सब सेंटर को सूचिबद्ध किया गया है। ग्राम पंचायत के भवन में संचालित उग्राखेड़ी, चुलकाना, रेरकला और इसराना को भी सूची में शामिल किया गया है। असेसमेंट विभाग सभी केंद्रों का क्षेत्रफल माप रहा है। इसके बाद विशेषज्ञों की मदद से बाजार वेल्यू एकत्र करेगा। विभाग के कर्मचारियों को डर है कि कहीं सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को ठेके या पीपीपी मोड़ पर चलाने का मन तो नहीं बना रही है।
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. नवीन सुनेजा ने कयासों पर विराम लगाते हुए कहा कि सरकार जानना चाहती है कि कितनी हेल्थ फैसिलिटी सरकारी भवनों में चल रही है। किसी केंद्र पर बड़ी बिल्डिंग बनाई जाए तो वहां का क्षेत्रफल पर्याप्त होगा कि नहीं।