हरियाणा रोडवेज की बस यात्रियों को सौगात, पानीपत डिपो में दूर होगा बसों का टोटा, इन रूटों की परेशानी होगी खत्म
हरियाणा रोडवेज की ओर से पानीपत डिपो को 40 नई बसें मिलेंगी। इसके लिए मुख्यालय ने गाइडलाइन भी जारी की है। 2018 से नहीं मिली थी डिपो को कोई भी नई बसें रोडवेज सभी रूट की रिपोर्ट तैयार करने में लगा लोगों को मिलेगी सुविधा।
पानीपत, जागरण संवाददाता। पानीपत डिपो को जल्द ही 40 नई बसें मिलने जा रही है। इसके लिए मुख्यालय ने गाइडलाइन जारी कर दी है। इस समय डिपो में 153 रोडवेज बसें हैं। इसके अलावा 25 बसों को किलोमीटर स्कीम के तहत लगाया हुआ है। अब जिले के रोडवेज बसों में 193 बसें रोडवेज की हो जाएंगे। बसों की संख्या बढ़ने के बाद रोडवेज विभाग अब ग्रामीण क्षेत्रों के लंबे समय से बंद पड़े हुए रूटों को चालू करने की अभी से तैयारी में लग गया है। बसों की संख्या बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों की परिवहन व्यवस्था में सुधार आएगा।
2018 में डिपो में 30 बस शामिल की गई थी। वहीं रोडवेज यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि जनसंख्या के अनुपात में रोडवेज बसों की संख्या अब भी काफी कम हैं। फिलहाल रोडवेज बेड़े में कम से कम 200 बसें होनी चाहिए।
आठ बसों को बनाया हुआ एंबुलेंस
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों की सुविधा के रोडवेज की आठ मिनी बसों को एंबुलेंस बनाया गया था। हालांकि लहर धीमी पड़ते हुए स्वास्थ्य विभाग ने इन बसों को रोडवेज को सौंप दिया था, लेकिन तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने अभी भी इन बसों को एंबुलेंस के रूप में खड़ा किया हुआ है। वह पिक बस अभी एंबुलेंस के रूप में वर्कशाप में खड़ी हैं।
अभी गाइडलाइन आई है मुख्यालय से
ट्रैफिक मैनेजर पंकज पूनिया ने जागरण से बातचीत में बताया कि रोडवेज विभाग मुख्यालय से पानीपत डिपो को 40 नई बसें मिलने की सूचना मिली है। अगर यह बसें जल्द ही डिपो को मिलती है तो लंबे रूट की परेशानियां हल होगी और विभिन्न रूट पर बसों के फेरे बढ़ाए जाएंगे।
बता दें कि बसों की संख्या कम होने की वजह से लंबे रूट में यात्रियों को परेशानी होती थी। नई बसें मिलने से दिल्ली चंडीगढ़ के अलावा हरियाणा के दूसरे जिलों के भी रूट के चक्कर बढ़ जाएंगे।