Panipat Weather Forecast : मौसम को लेकर आई अच्छी खबर, सामान्य से अधिक वर्षा के साथ विदा होगा मानसून
हरियाणा के लोगों के लिए मौसम को लेकर एक अच्छी खबर है। सामान्य से अधिक बारिश के साथ मानसून विदा होगा। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि अगले 24 घंटे में बारिश हो सकती है। पानीपत सहित आसपास के इलाकों में बारिश हो सकती है।
पानीपत/करनाल, [प्रदीप शर्मा]। मानसून 2020 का सीजन पूरा होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। एक जून से 30 सितंबर तक मानसून की अवधि मानी जाती है। चार माह के पूरे सीजन में होने वाली औसत बरसात का आंकड़ा मानसून सीजन खत्म होने से दो सप्ताह पहले ही हासिल हो गया है। जुलाई में बरसात में व्यापक कमी देखने को मिली थी, जो चार माह के मानसून सीजन का प्रमुख बरसात वाला महीना माना जाता है।
जुलाई में देशभर में 10 फीसद कम बरसात दर्ज की गई लेकिन 18 सितंबर आते-आते बरसात 88 सेंटीमीटर के स्तर पर पहुंच गई। जो एक जून से 30 सितंबर की औसत बरसात का आंकड़ा है। शेष दिनों में बरसात बोनस के रूप में होगी। 1 जून से 20 सितंबर के बीच देश में कुल 890.4 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई जो सामान्य से 7 फीसद ज्यादा है। यानी इस समय दीर्घावधि औसत बरसात का स्तर 107 फीसद पर है।
2000 से 2019 के बीच मानसून का प्रदर्शन
मौसम विभाग के मुताबिक वर्ष 2000 के बाद तीन बार ऐसी संभावना बनी हैं जब सामान्य से अधिक बरसात दर्ज की गई। इसमें 2007 में 106 फीसद, वर्ष 2013 में 106 फीसद और 2019 में 110 फीसद बरसात दर्ज की गई। मानसून 2020 भी इस कतार में शामिल होने वाला है। जाहिर है कि पिछले 25 वर्ष का दूसरा सबसे अच्छा मानसून सीजन माना जा सकता है। सीजन में होने वाली बरसात को इस तरह श्रेणीबद्ध किया गया है।
यह होती है बरसात की कैटेगरी
1 जून से 30 सितंबर के बीच 110 फीसद या उससे अधिक होने वाली बरसात को अत्यधिक यानी एक्सेस माना जाता है। 105 फीसद से 110 फीसद बरसात को सामान्य से अधिक माना जाता है। 96 फीसद से 104 फीसद को सामान्य बरसात माना जाता है। 95 फीसद से कम तथा 90 फीसद तक की बरसात को सामान्य से कम माना जाता है। जबकि 90 फीसद से कम बरसात की स्थिति में सूखा घोषित होता है।
मंगलवार को बादल छाये, बरसे नहीं
मौसम विभाग ने संभावना जताई थी कि मंगलवार और बुधवार को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बरसात हो सकती है। सुबह के समय ठंडी हवा चली, बादल भी छाये, लेकिन बरसात नहीं हुई। दोपहर के समय गर्मी व उमस ने लोगों को बेहाल कर दिया। मंगलवार को अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह के समय नमी की मात्रा 89 फीसदी दर्ज की गई जो शाम को घटकर 70 फीसदी रह गई। हवा 3.6 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली। केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक अगले 24 घंटे में बादल छा सकते हैं।