जेवर गिरवी रखकर फिरौती के जुटाए तीन लाख, फिर भी बेटा नहीं बचा
व्यापारी अपने इकलौते बेटे को बचाने के लिए फिरौती की रकम जुटाने लगा। उसने जेवर गिरवी रखकर तीन लाख रुपये जुटा लिए। लेकिन उसे क्या पता था कि उसके बेटे की पहले ही हत्या कर दी गई है।
पानीपत, जेएनएन। इकलौते बेटे की मौत के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बदमाशों को फिरौती देने के लिए अपने जेवर तक गिरवी रख दिए थे। उन्होंने तीन लाख रुपये तक जुटा लिए थे। बावजूद उनके इकलौते चिराग को दर्दनाक मौत दी।
बता दें कि दो पुराने किरायेदारों ने साथी के साथ मिलकर शास्त्री कॉलोनी के व्यापारी सलीम के इकलौते बेटे शादाब का अपहरण कर लिया। पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी। परिजन तीन लाख रुपये देने को तैयार भी हो गए, लेकिन पकड़े जाने के डर से तीनों ने शादाब की पहले ही हत्या कर दी और शव को नहर में फेंक दिया।
मौसा कहता था एक आरोपित
शादाब के पिता सलीम ने बताया कि सलमान और गौरव उसके मकान में एक महीने तक किराये पर रहे थे। सलमान उसे खालू (मौसा) कहता था। उसे सलमान पर भरोसा था। सलमान व उसके साथियों ने बेटे को छोड़ देने के लिए तीन लाख की फिरौती मांगी थी। उसने जेवर गिरवी रखकर, ब्याज पर उधार लेकर तीन लाख रुपये जुटाये।
रुपये ले लिए लेकिन बेटा नहीं दिया
वह अपहरकर्ताओं के तय नरेला की माला कॉलोनी में पत्नी बिलकीश के साथ पहुंचा। अपहरणकर्ताओं ने उससे रुपये तो ले लिये और लेकिन बेटा नहीं लौटाया। भावुक सलीम ने कहा कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा वह जिस सलमान को बेटा मानता था उसी ने उनके घर के चिराग को बुझा दिया। वह दो दिन से नहर में बेटे को ढूंढ़ रहा है। बेटे की मौत पर बिलकीश विलाप करते हुए बार-बार बेहोश हो रही थी। महिलाएं उसे सांत्वना दे रही थी।
शादाब का फाइल फोटो।
पानीपत से खुबडू तक शादाब की नहर में तलाश, बोट का तेल खत्म
सुबह 11 बजे से चार गोताखारों और बोट से महराणा के पास से पश्चिमी यमुना लिंक नहर में खुबडू तक शादाब की पानी में तलाश की। 4:30 बजे बोट का तेल खत्म हो गया। इससे तलाश बंद हो गई। थाना चांदनी बाग और सीआइए-2 के 25 पुलिसकर्मी भी नहर पर डेरा डाले हुए हैं। रोहतक सिविल लाइन थाने के प्रभारी प्रवीन कुमार, सदर थाने के प्रभारी मंजीत मोर और सिविल लाइन थाना प्रभारी नीरज नहर में शादाब की तलाश करा रहे हैं। खुबडू चौकी इंचार्ज संदीप भी नहर पर नजर रखे हुए हैं। शादाब के पिता सलीम भी शाम तक नहर पर रहे। सीआइए-2 प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि दिल्ली पैरलल नहर में निर्माण कार्य चल रहा है। इसी वजह से पश्चिमी यमुना लिंक नहर का पानी उसमें नहीं भेजा सकता है। शुक्रवार को फिर से बोट व गोताखारों की मदद से शादाब की तलाश की जाएगी।