पानीपत रिफाइनरी की पाइप लाइन में वाल्व लगा गैस चोरी, हो सकता था बड़ा हादसा Panipat News
पाइप लाइन से गैस चोरी का पहला मामला सामने आया है। सिवाह के किसान डॉ. रमेश के गन्ने के खेत में वाल्व लगाया गया था।
पानीपत, जेएनएन। उत्तरी क्षेत्र दादरी-पानीपत पाइप लाइन में खेत ईख के खेत में वाल्व लगा गैस चोरी का मामला सामने आया है। चोरों ने रात में सिवाह के पास ईंख के खेत में 24 इंच मोटी पाइप लाइन में दो इंच मोटा वाल्व लगा वारदात को अंजाम दिया।
गैस का प्रेशर कम हुआ तो इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने सुरक्षाकर्मियों से जांच कराई। तब मामले का पता चला। कितनी गैस चोरी हुई, इसका आकलन किया जा रहा है। पाइप लाइन से गैस चोरी का यह पहला मामला है। घटना मंगलवार को की रात 2:30 से 3 बजे के बीच की है।
सात फीट नीचे दबी पाइप लाइन
उप्र के दादरी से पानीपत रिफाइनरी तक तेल और गैस पाइप लाइन दिल्ली पैरलल नहर के साथ सिवाह के किसान डॉ. रोशन के गन्ने के खेत से गुजर रही है। दोनों लाइनों के बीच आठ फीट की दूरी है। जमीन में सात फीट नीचे दबाई गई हैं। चोरों ने चैनेज संख्या 111.700 किमी में पाइप लाइन में सेंध लगाई। आइओसीएल के सहायक प्रबंधक अमनदीप गर्ग ने अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ जांच की। सेक्टर-29 थाना प्रभारी विक्रांत भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने अमनदीप गर्ग की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।
तेल के धोखे में गैस पाइपलाइन में लगा दिया वाल्व
अब तक तेल की पाइप लाइन से ही चोरी होती रही है। अधिकारियों का मानना है कि चोरों तेल पाइप लाइन समझ गैस की पाइप लाइन में वाल्व लगा दिया। 24 ईंच मोटी पाइपलाइन में दो इंच मोटी लोहे की पाइप में वेल्डिंग से वाल्व लगाया। पाइप में नट बोल्ट भी कस रखे थे।
ठीक करने में लगे 20 घंटे
पाइप लाइन में दोनों तरफ 120 किमी दूर लॉक है। रिफाइनरी प्रबंधन ने दादरी से लॉक लगा पाइपलाइन से गैस खाली की। इसके बाद पाइप लाइन के छेद को बंद किया गया, तभी गैस की सप्लाई शुरू की गई।
एक ही गिरोह कर रहा वारदात
गत 24 अप्रैल को रिफाइनरी की मथुरा-जालंधर पाइप लाइन में सिवाह में पाले के खेत में वाल्व लगाकर तेल चोरी किया जा रहा था। रिफाइनरी के अधिकारियों व सीआइए-2 ने मौके पर पहुंचकर पाइप कब्जे में लिया। तेल चोरों को पकड़ा नहीं जा सका था। जांच में पता चला था कि गिरोह में सिवाह गांव के दो और विकास नगर का एक युवक शामिल है। तीनों युवकों को पुलिस काबू नहीं कर पाई। इसी तरह से विराट नगर में भी तेल चोरी किया जा रहा था। एक ही गिरोह चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है।
लग सकती थी भीषण आग
जहां से गैस चोरी हुई उसके ठीक ऊपर से बिजली की हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। रिफाइनरी अधिकारियों का कहना है कि तार की चिंगारी या चोरों द्वारा पाइप में वेल्डिंग के दौरान आग गैस तक पहुंच जाती तो भीषण हादसा हो सकता था। उधर, 9 दिसंबर की रात को रिफाइनरी की पाइप लाइन के सुरक्षा गार्ड गश्त करते रहे। गन्ने के खेत में पाइप लाल से बड़े आराम से गैस चोरी हो गई।