गैंगस्टर राकू और चार अन्य बदमाश सात दिन की रिमांड पर
19 दिसंबर 2020 की रात को अजीत सिंह अपने नूरवाला अड्डा स्थित शराब के ठेके पर थे। इसी दौरान राकू गैंग के बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिग कर दी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : शराब ठेकेदार खलीला प्रहलादपुर गांव के अजीत सिंह उर्फ जीता पर तीन बार जानलेवा हमला करने के आरोपित राकू गैंग के सरगना बुआना लाखू के राकेश मलिक उर्फ राकू, उसके गुर्गे किवाना गांव के विकास उर्फ पहलवान, अटावला गांव के प्रदीप कुमार, एकता विहार कालोनी के नवीन खत्री उर्फ लंगड़ा और सिवाह के अंचल को सीआइए-टू प्रोडक्शन वारंट पर लाई। आरोपितों को अदालत में पेश कर सात दिन की रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान आरोपितों से पूछा जाएगा कि वारदात के पीछे गैंगस्टर प्रसन्न उर्फ लंबू की साजिश तो नहीं थी, वे हथियार कहां से लेकर आए, कहां फरारी काटी और साजिश में कितने लोग शामिल हैं।
बता दें कि 19 दिसंबर 2020 की रात को अजीत सिंह अपने नूरवाला अड्डा स्थित शराब के ठेके पर थे। इसी दौरान राकू गैंग के बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिग कर दी। अजीत को दो, उसके ड्राइवर सागर और शराब खरीदने आए कामगार धर्मेद्र को एक-एक गोली लगी। क्रास फायरिग में बदमाश मनीष उर्फ मुखिया मारा गया। इस मामले में सीआइए-टू आरोपित रिसालू के अमित उर्फ मीता, देहरा गांव के विशाल और हरिनगर के जसविद्र को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में नरवाना का एक बदमाश फरार है।
एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था
हिसार एसटीएफ पानीपत के 13-17 बांके विहारी एनक्लेव के पास से राकेश उर्फ राकू, विकास, प्रदीप कुमार, नवीन खत्री और अंचल को गिरफ्तार किया। राकू और विकास पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। उनके कब्जे से सेंट्रो कार, एक बंदूक दोनाली 12 बोर, एक 32 बोर पिस्टल व एक 315 बोर का कट्टा, कुल 21 कारतूस और एक खाली खोल बरामद किया। पांचों बदमाशों को जेल भेज दिया गया था।
अजीत को मारी थी गोली
गैंगस्टर प्रसन्न उर्फ लंबू ने शराब ठेकेदार अजीत सिंह से प्रतिमाह दो लाख रुपये की मंथली मांगी थी। अजीत ने मंथली देने से मना कर दिया था। 14 दिसंबर 2019 को अजीत सिंह छोटे भाई सुरेंद्र पहलवान के साथ खेत से घर लौट रहा था। इसी दौरान बाइक सवार तीन बदमाशों ने अजीत को गोली मार दी।