गैंगेस्टर काला राणा ने वीडियो कॉल करके दी धमकी, गवाही दी तो बच्चे को मार दूंगा Panipat News
हमले के मामले में गवाह अक्षय को गैंगेस्टर काला राणा ने वीडियो कॉल करके धमकी दी। उसने कहा कि अगर गवाही दी तो बच्चे को मार देगा।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। गैंगस्टर काला राणा ने वाट्सएप कॉल कर जुब्बल के अक्षय को बच्चों सहित जान से मारने की धमकी दी है। वह पूर्व विधायक दिलबाग सिंह के भतीजे दिलराज पर हमले केस में गवाह है। मामले में काला का भाई नोनी गिरफ्तार हुआ था। यह कॉल भी बाहर के नंबर से की गई है। पहले वाट्सएप पर रिकॉर्डिंग भेजी गई। फिर वीडियो कॉल कर धमकी दी गई।
यह दी गई शिकायत
पुलिस को दी शिकायत में अक्षय ने बताया कि दो सितंबर को वह किसी काम से रिलायंस पेट्रोल पंप के पास था। दोपहर करीब 12 बजे उसके मोबाइल नंबर पर वाट्सएप रिकॉर्डिंग आई। जिसमें बोला गया कि तू एक केस में गवाह है। जिसका मुजरिम मेरा छोटा भाई है। वो हमारे बच्चे के बराबर है। तेरे भी बच्चे हैं, जो हमारे बच्चे को सजा हुई तो तू भी अपने बच्चों की सिक्योरिटी लगा लिए। मेरे को उम्रकैद हो रही है। एक में भी होनी है और दस में भी। इससे पहले अक्षय के मोबाइल पर सुबह 11:56 बजे से लेकर 1:50 बजे तक वाट्सएप कॉल आई हुई थी। अंतिम कॉल आई उसने रिसीव की। जिसमें बोलने वाले का नाम पता नहीं मालूम, लेकिन सामने आने पर पहचान सकता हूं। इसमें काला राणा भी पीछे बैठा हुआ था। फोन पर भी चैटिंग हुई, लेकिन वह साथ-साथ डिलीट होती रही।
फरार हो काला राणा
काला राणा पर मारपीट, कत्ल, लूटपाट व फिरौती के मामले दर्ज हैं। वह फिलहाल फरार है। उसके भाई सूर्य प्रताप उर्फ नोनी ने छह फरवरी को कमानी चौक पर दिलराज पर गोली चलाई थी। इस केस में अक्षय गवाह है। इसमें अभी उसकी गवाही नहीं हुई है।
खुद ही करनी पड़ेगी सुरक्षा
पीडि़त अक्षय धमकी के बाद से ही दहशत में है। जब उससे बात की गई तो उसने कहा कि मामला उछालने की जरूरत नहीं है। सरकार तक अपनी शिकायत पहुंचा दी है। उसमें भी कुछ होना नहीं है। अपनी सुरक्षा खुद ही करनी पड़ेगी।
विदेश का नंबर
शहर यमुनानगर थाना प्रभारी कंवलजीत सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। जिस नंबर से वाट्सएप कॉल की गई है, वह भी विदेश का है।
दो केसों में भगोड़ा घोषित काला राणा, विदेश में होने की आशंका
गैंगस्टर काला राणा जमानत पर बाहर आने के बाद से ही फरार है। व्यापारी विकास क्वात्रा के घर और पूर्व विधायक के भाई राजेंद्र सिंह पर हमला करने के केस में वह पीओ घोषित हो चुका है। अब उसके विदेश में होने की आशंका जताई जा रही है। यमुनानगर में उस पर 12 केस दर्ज हुए थे। इनमें से भी वह नौ में बरी हो चुका है। हालांकि अंबाला शहर व बराड़ा थाने में भी उस पर दो मामले दर्ज हैं। वहीं सीआइए प्रभारी महावीर का कहना है कि राणा की तलाश जारी है।
बच्चों के विवाद से शुरू हुई रंजिश
पुलिस के मुताबिक पूर्व विधायक दिलबाग ङ्क्षसह व काला राणा के परिवार की दुश्मनी बच्चों के बीच हुए विवाद से शुरू हुई थी। जिसमें दिलबाग के भाई राज्जा ने संत निश्चल सिंह स्कूल के पास काला राणा के छोटे भाई नोनी को धमकी दे दी थी। इसके बाद से दोनों परिवारों के बीच रंजिश और बढ़ गई। करीब चार साल पहले पूर्व विधायक के बेटे व भतीजे पर हमला हुआ था। जिसमें काला राणा के भाई व अन्य पर पुलिस ने केस दर्ज किया था।
जेल में रहते बनाई थी योजना
अपने भाई के साथ मारपीट का बदला लेने के लिए राणा ने अंबाला जेल में रहते हुए योजना बनाई। 25 मई 2017 की शाम को सेक्टर-17 की मार्केट में बने कार्यालय में राज्जा व अपने पार्टनर संजीव गुप्ता के साथ थे। इस दौरान उन पर गोली चलाई गई। गोली राज्जा के पैर में लगी थी। मामले में काला राणा, भाई नोनी, उनके पिता जोङ्क्षगद्र राणा समेत तीन अन्य पर जानलेवा हमले का केस दर्ज किया था। इस केस में वह जमानत पर बाहर आया। 30 जुलाई 2018 को कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित किया गया।
यह चल रहे केस
काला पर एक केस पुराना हमीदा के नरेश ने दर्ज कराया। 26 जुलाई 2017 को उसके मोबाइल पर कॉल कर दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। यह केस फिलहाल कोर्ट में विचाराधीन है। इसके अलावा मॉडल टाउन में व्यापारी विकास क्वात्रा के घर पर फायरिंग हुई। इसमें एक गोली विकास के ड्राइवर बूडिय़ा के जयनारायण को लगी थी। यह हमला भी काला राणा ने ही कराया था। कलावड़ के सरपंच का भी इसमें नाम आया था। इस केस में भी राणा को जमानत मिल गई थी। बाद में वह तारीख पर नहीं गया तो कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया था।
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