Coronavirus News: शारीरिक दूरी के नियमों का पालन। करने से कतराने लगे लोग
यदि लोग लापरवाही बरतेंगे तो कोरोना पर नियंत्रण के लिए प्रदेश सरकार ने और हमने अब तक जो कुछ किया है सब पर पानी फिर जाएगा। जीवन पटरी पर लाने के लिए औद्योगिक गतिविधियां बाजार आदि खोलने ही पड़ेंगे।
कोरोना के खिलाफ हरियाणा का संघर्ष धारदार था और नियंत्रण में आ रहा था, लेकिन इधर कुछ दिनों से प्रदेश के लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही से एक बार फिर संक्रमण विकराल रूप लेता जा रहा है। शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने से लोग कतराने लगे हैं। शहरों में आधे से अधिक लोग बगैर मास्क लगाए घूमते देखे जा सकते हैं। एक तो बढ़ती लापरवाही और दूसरी तरफ प्रदूषण का बढ़ना कोरोना संक्रमण में तेजी से वृद्धि कर रहा है। यद्यपि पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है, लेकिन पूरी तरह अंकुश नहीं लगा है। उद्योगों से निकलता धुआं भी प्रदूषण में बड़ी भूमिका निभा रहा है। इससे लोगों का श्वसन तंत्र प्रभावित हो रहा है। इस कारण कोरोना वायरस के असर के और अधिक घातक हो जाने की आशंका है।
प्रदेश के शहरों की वायु गुणवत्ता दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। इसमें एक बड़ा कारण प्रदेश में चल रहे वाहनों द्वारा फैलाया जाने वाला प्रदूषण भी है। विचारणीय है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले प्रदेश के गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल में तीन लाख पेट्रोल वाहन और साढ़े तीन लाख डीजल वाहनों का पंजीकरण निरस्त किया जा चुका है। इसके बावजूद ये वाहन चल रहे हैं। एक बात और कई शहरों में वायु प्रदूषण बढ़ने का बड़ा कारण वहां होने वाले निर्माण कार्य हैं। ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमण भयावह होगा ही। लेकिन हमें यह ध्यान रखना होगा कि संक्रमण से बचाव का ध्यान रखते हुए और सारे एहतियात बरतते हुए जीवनचर्या का पालन करें। यह जंग लंबी चलेगी। हम सबको इसे जीतना है।