Haryana Panipat Weather Update : बारिश के बाद लुढ़का पारा, धुंध की चादर छाई
ठंड बढ़ने से सांस के रोगियों के साथ बच्चों और बुजुर्गों की परेशानी भी बढ़ गई है। डाक्टरों का कहना है कि ऐसे मौसम में गर्म कपड़े पहनें और बाहर निकलने से बचें। गर्म पदार्थों का सेवन करें। वहीं मार्केट में गर्म कपड़ों की डिमांड भी काफी ज्यादा है।
पानीपत/कैथल, जेएनएन। शुक्रवार रात हुई बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है। ठंड से बचाव के लिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। खासकर बच्चों और बुजुर्गो का ख्याल रखने के लिए विशेष सावधानी बरतें। शनिवार को अधिकतम तापमान 21.0 और न्यूनतम तापमान 11.0 दर्ज किया गया।
ठंड बढ़ने के बाद अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। सिविल अस्पताल में रोजाना 1200 से 1300 मरीजों की संख्या रोजाना रहती है, लेकिन शनिवार को 1400 के करीब मरीज बीमारियों की जांच को लेकर पहुंचे। ठंड बढ़ने के बाद अस्पताल प्रशासन की तरफ से भी मरीजों के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। चिकित्सकों को ओपीडी न छोड़ने के निर्देश दिए हैं और वार्डो में स्टाफ को भी सतर्क किया गया है।
बाजारों में बढ़ी गर्म कपड़ों की डिमांड
शहर के बाजारों में गर्म कपड़ों की डिमांड बढ़ गई है। शहर के मेन बाजार, रेलवे गेट बाजार, छात्रावास रोड बाजार, भगत सिंह चौक पर गर्म कपड़ों की दुकानों में ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है। दुकानों के बाहर लगे स्टॉलों पर गर्म कपड़े रखे हुए हैं। बच्चों के लिए भी काफी नए-नए डिजाइनों में गर्म कपड़े आ रहे हैं। पुरानी सब्जी मंडी पर कपड़े की दुकान के संचालक राजीव मेहता ने बताया कि सर्दी केे इस मौसम में बाजारों में गर्म कपड़े खरीदने के लिए डिमांड बढ़ है।
बच्चों और बुजुर्गों का रखें खास ख्याल, गर्म कपड़े पहनें
सिविल अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. अनिल अग्रवाल ने बताया कि सर्दी के इस मौसम में विशेष सावधान बरतने की जरूरत है। बच्चों और बुजुर्गों का इस मौसम में खास ख्याल रखें। इस मौसम में ज्यादा ठंडे माहौल में जान से बचना चाहिए। अगर बाहर निकलना आवश्यक है तो गर्म कपड़े पहनकर निकले। हाथों में दस्ताने, सिर पर टोपी पहनें। अस्थमा, ब्लड प्रेशर और हृदय बीमारी से पीड़ित लोग विशेष सावधानी बरतेें और समय पर दवाई लें। सर्दी के मौसम में पानी गर्म करके लें। छोटे बच्चों को गर्म कपड़े पहना कर रखें और ठंडे वातारण से उन्हें बचाएं। उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम को देखते हुए सिविल अस्पताल में बच्चों के इलाज को लेकर पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।