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कोहरे का कहर, हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर भिड़े एक के बाद एक वाहन

हरियाणा के जींद में जींद में कोहरे की वजह से बड़ा हादसा हुआ। नरवाना में हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर एक के बाद एक वाहन टकराए। कोहरे की वजह से हुए हादसे में करीब चार लोग घायल हो गए हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 04 Dec 2020 01:39 PM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 01:39 PM (IST)
कोहरे का कहर, हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर भिड़े एक के बाद एक वाहन
नरवाना में हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर हादसा।

पानीपत/जींद, जेएनएन। मौसम की पहली धुंध ने ही शुक्रवार सुबह कहर ढा दिया। नरवाना में हिसार - चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर धुंध की वजह से एक दर्जन के करीब वाहन भिड़ गए। ट्रक के साथ ट्रैक्टर - ट्राली भिड़ने से ट्राली सड़क के बीचों - बीच पलट गई।इसके बाद वाहनों की टक्कर होती गयी। कई वाहनों की भिड़ंत से हाइवे पर जाम लग गया था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हटवाया। सड़क हादसे में 2 बाइक पर सवार 4 व्यक्तियों के घायल होने की सूचना है।

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धुंध से दृश्यता तीन मीटर, सड़कों से गायब सफेद पट्टी

ठंड के सीजन की पहली घनी धुंध शुक्रवार को देखने को मिली। धुंध के कारण दृश्यता मात्र तीन मीटर रह गई। सड़कों पर वाहन रेंग-रेंग कर चलते दिखाई दिए। सामने से आने वाले वाहन दिखाई नहीं दे रहे थे, इसलिए वाहनों की लाइट ऑन करनी पड़ी। सुबह न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में धुंध के साथ ठंड भी बढ़ेगी। दिसम्बर व जनवरी में कड़ाके की ठंड का अनुमान है। दूसरी तरफ प्रशासन ने धुधं से निपटने को लेकर अभी तक कोई इंतजाम नहीं किए हैं। जिले के अनेक लिंक मार्गों और राजमार्गों पर तो सफेद पट्टी व संकेतक ही नहीं हैं। रोडवेज बसों में भी धुंध से निपटने की खातिर फॉग लाइटें नहीं लगाई गई हैं।

जिले का सबसे व्यस्ततम जींद-रोहतक राजमार्ग की हालत यह है कि अनूपगढ़ गांव से लेकर जिले की सीमा तक सड़क पर सफेद पट्टी ही नहीं है। कई साल पहले सड़क पर बनाई गई सफेद पट्टी गायब हो चुकी है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे बन रहे हैं। इन गड्ढाें के कारण धुंध का मौसम आने से लोग सड़क हादसों के शिकार हो रहे हैं। प्रशासन की तरफ से मार्गों पर सफेद पट्टी लगाने का कार्य तक शुरू नहीं किया है। जिले में सड़कों पर कई डेंजर प्वाइंट्स ऐसे हैं, जहां पर सांकेतिक बोर्ड या तीव्र मोड़ पर स्पीड ब्रेकर तक नहीं है। ऐसे हालात में धुंध के सीजन में सड़क हादसों की संभावनाएं बढ़ रही हैं। जिला रोड सेफ्टी कमेटी की बैठक तक नहीं हुई है।

जिले में यह हैं डेंजर प्वाइंट्स

-नरवाना रोड पर शुगर मिल के पास डिवाइडर में बना अवैध कट।

-हिसार-चंडीगढ़ राजमार्ग पर सुंदरपुरा गांव के पास, सच्चाखेड़ा व बद्दोवाल के बीच।

-नरवाना में ढाकल गांव के पास, बेलरखा, उझाना मोड़, हथो मोड़ पर।

-उचाना के पास सफा खेड़ी मोड़।

-जींद-कैथल रोड पर शाहपुर गांव के पास।

-नगूरां गांव में पावर हाउस के पास।

-अलेवा मेन चौक।

-जींद पानीपत रोड पर मनोहरपुर गांव के पास, खेड़ी तलौडा मोड़, जामनी चौक, सिल्लाखेड़ी गांव का चौक।

-जींद-गोहाना रोड पर भंभेवा व सिंधवी खेड़ा के पास।

-जींद-रोहतक राजमार्ग पर अनूपगढ़ गांव के पास, किनाना के पास, गौंसाईखेड़ा, नई अनाज मंडी जुलाना, ब्राह्मणवास मोड़।

-जींद-हांसी रोड पर ईक्कस गांव स्थित चौक, रामराय बस अड्डा पर टी-पॉइंट।

लकीर पीटती रहती है पुलिस

पुलिस प्रशासन द्वारा धुंध के मौसम में यातायात नियमों की अवहेलना के कारण होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए जनवरी माह में जागरूकता अभियान चलाया जाता है। लेकिन जिस समय यातायात पुलिस द्वारा यह अभियान चलाया जाता है, उस समय सर्दी का मौसम अंतिम चरण में होता है। ऐसे में यातायात पुलिस के जागरूकता अभियान का कोई लाभ नहीं मिल पाता है। इस प्रकार यातायात पुलिस सांप निकलने के बाद लकीर पीटने वाला काम करती है।

फसलों के लिए फायदेमंद होगी ठंड और धुंध

ठंड और धुंध गेंहू की फसल के लिए फायदेमंद मानी जाती है। जितनी ठंड होगी, उससे गेहूं की फसल में फुटाव ज्यादा होगा और सिंचाई जल्दी नहीं करनी पड़ेगी। वहीं सब्जियों में ठंड से बचने के लिए कृषि विशेषज्ञों ने जरूरत के अनुसार सिंचाई की सलाह दी है। जिन किसानों की गेहूं की बिजाई बाकी है, उन्हें अच्छी किस्म के पछेते बीज लेकर बिजाई के लिए कहा गया है।


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