कोहरे का कहर, पानीपत में 13 वाहन टकराए, एक की मौत, 11 घायल
पानीपत में दिल्ली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर कोहरे की वजह से 13 वाहन टकराए। इस हादसे में एडीसी कार्यालय के चपरासी की मौत हो गई जबकि 11 लोग घायल हो गए हैं। हादसे में रोहतक के जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन के माता-पिता व चालक भी गंभीर रूप से घायल हैं।
पानीपत, जेएनएन। सुबह छाई धुंध के कारण मंगलवार सुबह हाईवे पर पेप्सी पुल से लेकर टोल प्लाजा तक 13 वाहन टकरा गए। पेप्सी पुल के पास करनाल से दिल्ली लेन पर कैंटर और ट्रक के बीच कुचलकर एडीसी कार्यालय के चपरासी की मौत हो गई, जन स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त रोहतक के एक्सईएन के माता-पिता, बोलेरो चालक सहित 11 लोग घायल हो गए। इन हादसों की वजह की वजह से करीब दो घंटे तक जाम लगा रहा। पुलिस ने क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त वाहनों को हाईवे से हटाया। इसके बाद ही वाहनों की आवाजाही हुई। घटना सुबह 8:30 बजे की है। हाईवे पर दृश्यता शून्य थी।
एडीसी कार्यालय के चपरासी करनाल के बसताड़ा गांव के विक्रम दत्त (29) बाइक से कार्यालय में ड्यूटी पर जा रहे थे। घनी धुंध के कारण उन्होंने बाइक कैंटर के पीछे लगा लगी। इसी दौरान पेप्सी पुल के पास आगे चल रहे कैंटर अचानक आगे खड़ी गाड़ी से टकरा गया। पीछे से बाइक समेत विक्रम टकराया और उनके पीछे आ रहे ओवरलोड ट्रक का चालक ब्रेक नहीं लगा पाया। इसी कारण से विक्रम कैंटर और ट्रक के बीच कुचला गया। ट्रक के पीछे से कार टकरा गई। इस हादसे में विक्रम की मौके पर ही मौत हो गई।
ट्रक चालक पंजाब के जमलपुर निवासी गुरप्रीत भी गंभीर रूप से घायल हुआ। घायल गुरप्रीत के भाई अमनप्रीत ने बताया कि वह लुधियाना से ट्रक लेकर चला था। भाई 20 की स्पीड से ट्रक चला रहा था। हवा के साथ कोहरे के कारण आगे के वाहन भी दिखाई नहीं दे रहे थे। जीटी रोड पर कारें भी खड़ी थी। कारें चलती तो उनकी लाइटों की रोशनी होती और हादसा नहीं होता। घायल गुरप्रीत को सामान्य अस्पताल में दाखिल कराया। उधर, पुलिस ने सामान्य अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर विक्रमदत्त के स्वजनों को सौंप दिया। थाना सदर पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
दूसरा हादसा : खड़े कैंटर से सात वाहन टकराए, सात घायल
दूसरा हादसा 8:40 बजे हुआ। पेप्सी पुल से करीब 100 मीटर आगे पानीपत की तरफ करनाल से दिल्ली लेन पर खराब खड़े कैंटर से पीछे से कैंटर टकरा गया। कैंटर के पीछे दो कार और उन्हें बचाने के प्रयास में इनोवा गाड़ी पेड़ से टकरा गई। इसके पीछे एक और कार टकरा गई। इनमें सात लोगों को हल्की चोटें लगी।
तीसरा हादसा: टोल प्लाजा पर भिड़े दो वाहन
तीसरा हादसा 9:30 बजे टोल प्लाजा के पास का है। रोहतक के जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन आशीष हेड क्वार्टर पंचकूला में कार्यरत हैं। आशीष के कौसली गांव से उनके पिता जगदीश, मां निशा और चालक गोङ्क्षवद सरकारी गाड़ी से बेटे से मिलने पंचकूला जा रहे थे। टोल पार करने के बाद गाड़ी खड़े ट्रक में घुस गई। इसमें तीनों गंभीर रूप से घायल हुए। घायलों को पुलिस ने सामान्य अस्पताल में दाखिल कराया।
अस्पताल पहुंचे एडीसी मनोज यादव
हादसे में विक्रम दत्त की मौत की सूचना मिलते ही एडीसी मनोज यादव और स्टाफ सामान्य अस्पताल में पहुंचे। छोटा भाई विक्रम व अन्य स्वजन रो रहे थे। एडीसी ने उन्हें सांत्वना दी। विक्रम दत्त के परिवार में नौ साल का इकलौता बेटा और छोटा भाई प्रवीण है। विक्रम दत्त आवास योजना के तहत वर्ष 2013 में ठेके पर एडीसी कार्यालय में चपरासी लगे थे।
कोहरे में यहां होते हैं ज्यादा हादसे
कोहरे में हाईवे पर गांजबड़, रिफाइनरी पुल के पास, बाबरपुर, यमुना एनक्लेव कट, मलिक पेट्रोल पंप, अनाज मंडी कट, बीबीएमबी कट और पुलिस लाइन के ज्यादातर वाहन टकराते हैं। इसी तरह से खलीला मोड़, करहंस, समालका अनाज मंडी और पट्टीकल्याणा के पास भी सड़क हादसे होते हैं। यहां पर दिशा सूचक बोर्ड नहीं लगाए गए हैं और न ही ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था की गई है।
हाईवे पर खतरनाक कटों पर दिशा सूचक बोर्ड लगवाए जाएंगे। हाईवे ट्रैफिक की गश्त बढ़ाई जाएगी, ताकि खराब होने वाले वाहनों को हाईवे से दूर खड़ा किया जाएगा। ज्यादातर हादसे खड़े वाहन से टकराने से होते हैं।
सतीश कुमार वत्स, डीएसपी मुख्यालय