मिड डे मील और राशन डिपो में आटे के नाम पर धोखाधड़ी, हैफेड की भी नहीं सुन रही फर्म, केस
यमुनानगर में मिड डे मील और राशन डिपो में आटे का खेल सामने आया। हैफेड के दिशा निर्देशों के बावजूद फर्म मध्य प्रदेश का आटा दे रहा। अब केस दर्ज कर लिया गया है।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। मिड डे मील और राशन डिपो का आटा भेजने में खेल हो रहा है। हैफेड ने जिस फर्म को ठेका दिया था। वह मध्य प्रदेश की कंपनी का आटा सप्लाई कर रहा था, जबकि हैफेड की ओर से दिए गए गेहूं का आटा तैयार कर सप्लाई करना था। एसडीएम बिलासपुर की जांच की यह खेल पकड़ में आया। अब श्री बालाजी फूड इंडस्ट्रीज साढौरा के संचालक राजेंद्र प्रसाद बंसल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है।
हैफेड ने राशन डिपो व मिड डे मील के तहत आटा भिजवाने के लिए श्री बालाजी फूड इंडस्ट्रीज के साथ दो मई 2020 को करार किया था। मार्च 2021 तक इस फर्म को आटा सप्लाई करना था। गत 21 मई को एसडीएम बिलासपुर ने मिल की सरप्राइज विजिट की। जहां पर 50 किलो के 233 बैग ओम शुभ लाभ एग्रीटेक प्राइवेट लिमिटेड यूनिट वन मालनपुर मध्य प्रदेश के मिले। उनके पास ही खाली हैफेड मार्का के बैग पड़े हुए थे। इसके साथ ही प्रोसेसिंग यूनिट के पास ही वजन करने की मशीन भी पड़ी हुई थी। जिससे सामने आया कि बाहर से आटा मंगवाकर हैफेड के बैगों में डालकर सप्लाई किया जा रहा था। जबकि ठेका हैफेड के गेहूं की पिसाई कर आगे सप्लाई करने का था।
गुणवत्ता में भी मिली खामियां
एसडीएम बिलासपुर ने इस पूरे मामले में जांच रिपोर्ट तैयार कर डीसी को भेजी। जांच रिपोर्ट में कहा गया कि फोर्टिफाइड आटा तैयार करने में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया। जहां आटा तैयार किया जा रहा था, वह जगह भी गंदी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर ही हैफेड डीएम अनिल अहलावत ने पुलिस को शिकायत दी। साढौरा थाना प्रभारी बलबीर सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर आरोपित फर्म संचालक राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
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