पानीपत में नरकंकाल का मामलाः पहली पत्नी व बेटे के सामने खोला था राज, मकान व सामान के लालच में चुप रहे
शिव नगर स्थित मकान में 23 मार्च को चींटियां निकलने का राज जानने के दौरान खोदे गए गड्ढे से एक महिला व दो बच्चों के कंकाल मिले थे। पुलिस ने मामले में आरोपित एहसान सैफी को गिरफ्तार किया था। उसने पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं।
पानीपत, जेएनएन। दूसरी पत्नी और उसके दोनों बच्चों की हत्या कर शव गड्ढा खोद मकान में दबाने के मामले में जिला पुलिस की क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी-1 (सीआइए) ने आरोपित एहसान की पहली पत्नी नूरजहां व बेटे मोहम्मद साकिर को मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया है। दोनों को अदालत पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने उनसे घरेलू सामान व उनके बिल भी बरामद किए। आरोप है कि मां और बेटे ने मामले के बारे में पता होने पर भी न केवल राज को छिपाए रखा, बल्कि सबूतों को भी नष्ट कर दिया।
शिव नगर स्थित मकान में 23 मार्च को चींटियां निकलने का राज जानने के दौरान खोदे गए गड्ढे से एक महिला व दो बच्चों के कंकाल मिले थे। पुलिस ने मामले में आरोपित एहसान सैफी को गिरफ्तार किया था। उसने पूछताछ में बताया था कि पहली पत्नी नूरजहां से मिलने पर रोकने से नाराज होकर उसने अपनी दूसरी पत्नी नाजनीन व उसके दोनों बच्चों को दूध में नींद की गोली देने के बाद कमरे के अंदर अंगीठी जला दी थी। सुबह तक दम घुटने पर तीनों की मौत हो गई थी। फिर उसने तीनों के शवों को बाहर लेकर जाने की बजाय घर में ही गड्ढा खोदकर दफना दिया था और मकान को पवन निवासी शुगर मील कालोनी को बेच फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपित को दस दिन के रिमांड पर लिया हुआ है।
पहली पत्नी व बेटे के सामने खोला था राज
आरोपित की पहली पत्नी नूरजहां व बेटे मोहम्मद साकिर ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह दोनों जनवरी 2017 में पानीपत शादी में आए। शिव नगर स्थित एहसान के मकान पर गए। वहां उन्हें नाजनीन व उसके दोनों बच्चे नहीं मिले। उनके बारे पूछने पर एहसान ने बताया कि उसने तीनों को मारने के बाद घर में ही दफना दिया है। नाजनीन के नाम जो रुपये थे, वो भी उसने अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। उक्त पैसे से उनके लिए मुजफ्फरनगर में मकान खरीदने की हामी भर उक्त बात किसी को न बताने की बात कहीं थी।
नाजनीन का सामान चूल्हे में जला दिया था
इसके बाद वो मां बेटा नाजनीन का सामान फ्रिज, वाशिंग मशीन, एलईडी, गद्दे, ट्राली, बैग, कागजात, चेक व पासबुक, एटीएम आदि किराये पर गाड़ी कर मुजफ्फरनगर ले गए थे। यहां अहसान ने उनके लिए रहमानिया कालोनी में मार्च 2017 में मकान खरीदकर दिया था। वो मकान में उक्त सामान का ही प्रयोग कर रहे थे। उन्होंने नाजनीन के कागजात, डेबिट कार्ड, फोटो, बैंक पासबुक आदि घर में चूल्हे में जलाकर नष्ट कर दिए थे।
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