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नवादा पार में पहले हंगामा, प्रशासन ने दिलाया जमीन पर कब्जा

अदालत में केस जीतने के बाद जब विजेता पक्ष गांव नवादा-आर में जमीन पर कब्जा लेने पहुंचा तो हंगामा हो गया। लेकिन पुलिस-प्रशासन की मुस्तैदी के चलते कोई गड़बड़ी नहीं होने दी। जमीन पर कब्जाधारी गुट प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने पर जमीन पर कब्जा देने के लिए तैयार हो गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Nov 2021 07:40 PM (IST)Updated: Wed, 24 Nov 2021 07:40 PM (IST)
नवादा पार में पहले हंगामा, प्रशासन ने दिलाया जमीन पर कब्जा
नवादा पार में पहले हंगामा, प्रशासन ने दिलाया जमीन पर कब्जा

संवाद सहयोगी, सनौली : अदालत में केस जीतने के बाद जब विजेता पक्ष गांव नवादा-आर में जमीन पर कब्जा लेने पहुंचा तो हंगामा हो गया। लेकिन पुलिस-प्रशासन की मुस्तैदी के चलते कोई गड़बड़ी नहीं होने दी। जमीन पर कब्जाधारी गुट प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने पर जमीन पर कब्जा देने के लिए तैयार हो गया। हालांकि अभी सांकेतिक तौर पर एक एकड़ भूमि पर ट्रैक्टर चलाकर कब्जा दिया गया है, शेष भूमि पर फसल कटने के बाद कब्जा देने की बात लिखित तौर पर कही गई है।

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जानकारी के अनुसार उग्राखेड़ी निवासी अनिल का सनौली थाना क्षेत्र के गांव नवादा-आर में जमीन को लेकर अदालत में केस चल रहा था। केस जीतने के बाद बुधवार को दोपहर करीब एक बजे वह तहसीलदार, पुलिस बल व समर्थकों के साथ 46 कनाल 12 मरले जमीन पर कब्जा लेने के लिए पहुंचा। अनिल व समर्थकों ने ट्रैक्टरों से जमीन पर जुताई करने की कोशिश की तो कब्जाधारी इकबाल पक्ष के लोग भी भारी संख्या में खेतों में पहुंच गए।

दोनों पक्षों के आमने-सामने होने पर दूसरे पक्ष के पुरुषों व महिलाओं ने हंगामा कर दिया। दोनों पक्षों के लोग लाठियों के साथ एक दूसरे की तरफ मारने के लिए दौड़े तो पुलिस ने बीच-बचाव किया। तहसीलदार सुमन लता व थाना प्रभारी नवीन कुमार ने बीचबचाव कर दोनों पक्षों को शांत कराया। नवादा आर के पूर्व सरपंच ताहिर, नवादा पार के पूर्व सरपंच बशीर और उग्राखेड़ी से निशान मलिक ने भी बीच बचाव कराया।

कई घंटे की मशक्कत के बाद कब्जाधारी पक्ष ने अनिल को जमीन का कब्जा देने की बात स्वीकार कर ली। अनिल पक्ष ने एक एकड़ खाली जमीन पर ट्रैक्टर से जोताई करके कब्जा ले लिया। जिस जमीन पर गेहूं व पोपलर के पेड़ खड़े थे, उसके लिए भी लिखित में कब्जा देने की बात स्वीकार कर ली। इससे दोनों पक्षों में टकराव होने से बच गया।


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