कैथल के सरकारी स्कूल में शार्ट-सर्किट से लगी भीषण आग, भारी क्षति, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
कैथल में एक सरकारी स्कूल में आग लगने का मामला सामने आया है। शार्ट सर्किट के कारण यह आग लगी। आग लगने से स्कूल में रखा सारा सामान जल गया। वहीं घटना के बाद स्कूल में सुरक्षा के इंतजामों को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं।
कलायत(कैथल), संवाद सहयोगी। कैथल के गांव मटौर स्थित राजकीय कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल के हास्टल में शुक्रवार शाम अचानक भयंकर आग धधक उठी। देखते ही देखते हास्टल को आग की लपटों ने बुरी तरह से घेर लिया। हादसे में छात्राओं के 25 बैड व इनके गद्दे-बिस्तर, अलमारियां और पंखों सहित बड़ी मात्रा में सामान जलकर राख हो गया।
छात्रों के कपड़े, पुस्तक और जरूरी सामान भी सुरक्षित नहीं बच सका। जबकि हास्टल भवन को भी भयंकर आग के कारण भारी क्षति पहुंची है। आग का कारण बिजली शार्ट-सर्किट रहा। गनीमत रही कि ग्रीष्म अवकाश के बाद एक जुलाई को खुले शिक्षण संस्थान में बेहद कम छात्रा ही पहुंची थी और वे घटना के समक्ष कक्षा कक्ष में थी। आग के कोहराम की सूचना तत्काल शिक्षण संस्थान प्रभारी पहलवान सिंह द्वारा दमकल कार्यालय को दी गई। आग की सूचना मिलते ही कलायत थाना प्रभारी बलदेव सिंह,कलायत उप दमकल केंद्र प्रभारी सत्यवान सिंह की अगुवाई में टीम मौका स्थल पर पहुंची।
दमकल टीम में चालक शीशपाल, फकीर चंद, बलतेज सिंह और दूसरे कर्मियों ने भारी मशक्कत के साथ आग को काबू करने का बचाव अभियान चलाया। बचाव कार्य में पुलिस टीम, शिक्षकों और ग्रामीणों ने पूर्ण सहयोग दिया। सांझे प्रयासों के कारण भडक़ी आग को टीम द्वारा काबू कर लिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि टीम तत्परता से मौके पर न पहुंचती तो आग बेहद विकराल रूप लेते हुए अपूर्ण क्षति कर सकती थी।
सुरक्षा प्रबंधों को मजबूत करने की जरूरत
सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की छात्राओं की पढ़ाई-लिखाई को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण अांचल में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय स्थापित किए गए हैं। इनमें छात्राओं को रिहायशी सुविधाएं प्रदान करते हुए पढऩे-लिखने के अवसर प्रदान किए जाते हैं। जिस प्रकार मटौर के लोधर रोड स्थित शिक्षण संस्थान में आग के कारण भारी नुकसान हुआ है उसके चलते सुरक्षा के प्रबंधों को अपेक्षाकृत ज्यादा मजबूत करने की जरूरत है।
कायाकल्प के लिए जारी हुआ था बड़ा बजट
कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल मटौर में पिछले काफी समय से रिपेयर और कायाकल्प का कार्य बड़े बजट से पूरा किया जा रहा है। आग की घटना के कारण शिक्षण संस्थान में भारी नुकसान हुआ है। इसके चलते शिक्षा विभाग के अधिकारी रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं।