फैक्ट्री की चिगारी खेतों में पहुंची, 35 एकड़ फसल खाक
पानीपत-हरिद्वार रोड पर कॉटन वेस्ट फैक्ट्री में आग लग गई। दमकल कर्मी अभी यहां लगी आग पर काबू नहीं पा सके थे कि एकाएक एक चिगारी पास में लहलहा रही गेहूं की फसल में जा गिरी। इससे 35 एकड़ फसल और फांसे खाक हो गए। किसानों ने ट्रैक्टर से जुताई कर आग पर काबू पाया। किसानों का आरोप है कि फैक्ट्री में आग बुझाने पहुंचे दमकलकर्मियों ने खेतों में लगी आग बुझाने का प्रयास नहीं किया।
संवाद सहयोगी, सनौली : पानीपत-हरिद्वार रोड पर कॉटन वेस्ट फैक्ट्री में आग लग गई। दमकल कर्मी अभी यहां लगी आग पर काबू नहीं पा सके थे कि एकाएक एक चिगारी पास में लहलहा रही गेहूं की फसल में जा गिरी। इससे 35 एकड़ फसल और फांसे खाक हो गए। किसानों ने ट्रैक्टर से जुताई कर आग पर काबू पाया। किसानों का आरोप है कि फैक्ट्री में आग बुझाने पहुंचे दमकलकर्मियों ने खेतों में लगी आग बुझाने का प्रयास नहीं किया।
किसानों ने बताया कि कुराड़ मोड़ स्थित एएसडी वैश्य स्कूल के पास स्थित फैक्ट्री में शुक्रवार सुबह अचानक शॉर्ट-सर्किट से आग लग गई। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। इस बीच, फैक्ट्री की आग खेतों तक पहुंच गई और हवा के झोंके के साथ भड़क गई। पूरा गांव आग बुझाने में जुट गया। कुछ ग्रामीण दमकल विभाग की टीम के पास मदद के लिए पहुंचे लेकिन आरोप है कि दमकलकर्मियों ने पहले फैक्ट्री की आग बुझाने का प्रयास किया। किसकी कितनी फसल जली
आग के कारण जलालपुर प्रथम के राजू की छह एकड़ गेहूं, फांसे और तीन एकड़ सरसों की फसल, वकील की चार एकड़, पहलू की दो एकड़ गेहूं की फसल, गोविद गुज्जर की छह एकड़, ईश्वर की चार एकड़, आजाद की दो एकड़, कालेराम की तीन एकड़, अनिल की तीन एकड़, जगदीश की दो एकड़ गेहूं की फांस जल गई। अभी तक तैनात नहीं हुई ब्लॉक स्तर पर गाड़ी
किसानों ने बताया कि हर साल गेहूं कटाई के सीजन के समय खेतों में आग की घटना रोकने के लिए ब्लॉक लेवल पर दमकल विभाग की एक गाड़ी बापौली में खड़ी की जाती थी। लगभग 75 फीसद गेहूं की कटाई पूरी होने के बावजूद अभी तक ब्लॉक लेवल पर दमकल विभाग की गाड़ियां तैनात नहीं की गई हैं। दमकल कर्मियों ने यदि खेतों की आग बुझाने में लापरवाही बरती है तो उसकी गहनता से जांच की जाएगी। डीसी सुमेधा कटारिया ने ब्लॉक लेवल पर दमकल विभाग की गाड़ियां तैनात करने के आदेश नहीं दिए हैं। आदेश प्राप्त होने के बाद ही गाड़ियों की तैनाती की जाएगी।
रामदत्त भारद्वाज, फॉयर ऑफिसर समालखा में भी कई जगहों पर लगी आग, दिन भर दौड़ती रही फायर ब्रिगेड
जागरण संवाददाता, समालखा : तपती गर्मी के बीच आगजनी की घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं। शुक्रवार को मनाना, बिहोली सहित कई जगह गेहूं के अवशेषों में आग लगने के कारण फायर ब्रिगेड की गाडि़यां सुबह से लेकर देर शाम तक दौड़ती रहीं।
कहां-कहां लगी आग
--नारायणा रोड पर भरत कॉलोनी के नजदीक गेहूं के अवशेषों में अचानक आग लग गई। मौके पर पहुंचे फायर कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
--इसी बीच, मनाना में भी आग लगने की सूचना आ गई। यहां से टीम मनाना पहुंची और आग पर काबू पाया।
--दोपहर बाद बिहोली के खेतों में भी पुरानी रेत की खान के पास अवशेषों में आग लग गई।
कितना हुआ नुकसान
आग के कारण समालखा निवासी वेद के छह, विकास के दो, वेद नंबरदार के दस एकड़ के अवशेष राख हो गए। मनाना निवासी सतबीर का चार, महा सिंह, धन्ना राम व ईश्वर के दो दो एकड़ के फांस जल गए। स्टाफ का टोटा
स्थानीय फायर ब्रिगेड कार्यालय में दो बड़ी व एक छोटी गाड़ी के अलावा एक बुलेट बाइक है। हालांकि, यहां स्टाफ का भारी टोटा है। यहां तीन गाड़ियों पर सिर्फ तीन चालक और दस फायरमैन हैं। कई फायरमैन आग बुझाने के साथ चालक की भी ड्यूटी कर रहे हैं। इसको लेकर फायर आफिसर मनोज वशिष्ठ का कहना है कि चालक भले ही कम हो, लेकिन सभी फायरमैन को भी गाड़ी चलाने की ट्रेनिग दिलाई गई है। हाइड्रेंट न होना भी बड़ी समस्या
इलाके में फायर कार्यालय के अलावा कहीं पर भी गाडि़यों में पानी भरने को लेकर हाइड्रेंड सिस्टम नहीं लगा है। इसके चलते कई बार आगजनी की घटना के आस पास पानी की सुविधा न होने पर फायर कर्मियों को गाड़ी लेकर घटनास्थल से वापस फायर कार्यालय में आना पड़ता है। इतनी देर में नुकसान बढ़ जाता है।