भाई के साथ मिलकर अध्यापक पति को पीटती थी महिला टीचर, अब मार डाला
महिला टीचर ने भाई के साथ मिलकर अध्यापक पति का कत्ल कर दिया है। मृतक के पिता का आरोप बेटे की पत्नी व उसका भाई जान से मारने की धमकी देते थे।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। अंबाला शहर बलदवे नगर थाना क्षेत्र के तहत एक महिला ने अपने भाई के साथ मिलकर पति की साजिशन हत्या करवा दी। इतना ही नहीं परिवार को कानों कान तक खबर नहीं होने दी। पीड़ित पक्ष को सूचना तक लगी, जब महिला का पति पीजीआइ चंडीगढ़ में उपचाराधीन था। पुलिस ने इस संबंध में शिकायतकर्ता गुरदयाल सिंह निवासी नहोनी की शिकायत पर अमरिंद्रर कौर निवासी न्यू प्रताप नगर अंबाला व अमिंद्र सिंह निवासी गांव काकरू के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
यह है मामला
शिकायत में अस्सी वर्षीय गुरदयाल सिंह ने बताया कि उसके बेटे सुखबीर की शादी अमरिंदर कौर के साथ करीब 18 साल पहले हुई थी। उनके दो बच्चे हैं, जबकि वे सभी न्यू प्रताप नगर में रहते हैं। अमिंद्र सिंह अमरिंदर कौर का सगा भाई है और नशीले पदार्थ बेचने का धंधा करता है। उसका बेटा व पुत्रवधु स्कूल टीचर थे। शादी के बाद से ही सुखबीर व उसकी पत्नी में अनबन रहने लगी। शिकायतकर्ता कई बार उनके घर गया और मामला सुलझा दिया। उन्होंने बताया कि उनकी पुत्रवधु अक्सर कहती थी कि वह अपने भाई व परिवार के साथ मिलकर सुखबीर सिंह की हत्या करवा देगी और किसी को पता नहीं चलेगा। कुछ दिन पहे भी आरोपितों ने सुखबीर को मारपीट कर घायल किया, जिसका उपचार कराया गया, जबकि आरोपितों ने अपनी गलती मान ली थी। फरवरी 2020 में एक बार फिर झगड़ा हुआ था, जिसे शांत कराया।
बेटे ने बताया था जान का खतरा
शिकायतकर्ता ने बताया कि करीब 22 दिन पहले उसका बेटा सुखबीर आया और कहा कि आरोपित उसके साथ मारपीट करते हैं और जान से मारने की धमकी देते हैं। इतना ही उसका वेतन भी छीन लेते हैं। सुखबीर ने शिकायतकर्ता गुरदयाल सिंह ने बताया कि 12 अप्रैल 2020 को उसके पास थाना बलदेव नगर से फोन अाया, जिसमें बताया कि उसके बेटे सुखबीर सिंह की मौत हो चुकी है। वह थाने पहुंचा, तो पता चला कि सुखबीर सिंह पीजीआइ चंडीगढ़ में दाखिल था, जहां 11 अप्रैल को उसकी उपचार के दौरान मौत हुई। गुरदयाल सिंह ने कहा कि उनको आशंका था कि वह सही हुई, जबकि आरोपिताें ने उसके बेटे को जान से मारा है।
आरोपितों को कहते सुना, सुखबीर का काम तमाम कर दिया
शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि 15 अप्रैल को वह अपनी पत्नी के साथ न्यू प्रताप नगर स्थित घर गया था, जहां उन्होंने खुद सुना जिसमें आरोपितों ने कहा कि सुखबीर सिंह का काम तमाम कर दिया गया है, जिसकी किसी को खबर नहीं लगी। अब तो उसका अन्तिम संस्कार भी हो चुका है और अब हमारा कोई कुछ भी नही बिगाड़ सकता। उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि सुखबीर की हत्या अमरिंदर कौर व उसके भाई अमिंद्र सिंह ने की है। सुखबीर के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी घातक चोटों के कारण हुई मौत का जिक्र है।
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