नशे के आदी बेटे ने पिता को पीटकर घर से निकाला, सुबह पेड़ पर फंदे से लटका मिला शव
यमुनानगर में पिता ने आत्महत्या कर ली। नशे के आदी बेटे की मारपीट से परेशान होकर पिता ने फंदा लगाकर दी थी जान। सुसाइड नोट में बेटे को बताया मौत का जिम्मेदार। आरोपित बेटे ने पिता मां व बहन को मारपीट कर निकाल दिया था घर से।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर के शहर जगाधरी थाना क्षेत्र में गांव हुंडेवाला में आम के पेड़ पर फंदा लगाकर जान देने वाला गुलाबनगर निवासी 55 वर्षीय योगेश अपने बेटे की वजह से परेशान रहता था। पुलिस को मृतक के पास से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार बेटे को बताया है। मृतक की पत्नी राजरानी ने बताया कि बेटे आलोक ने उन्हें मारपीट कर घर से निकाल दिया था। बेटा नशे की लत का आदी है। उसकी हरकतों की वजह से ही पति योगेश परेशान थे। इसी परेशानी में उन्होंने आत्महत्या की है। पुलिस ने उसके बयानों के आधार पर आरोपित आलोक पर केस दर्ज किया।
सोमवार को गांव हुंडेवाला में आम के बाग में 55 वर्षीय योगेश मसीह का शव फंदे से लटका मिला था। पुलिस ने उस समय शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया। शाम तक उसके स्वजनों का पता लगा। जब उनकी मौजूदगी में शव की तलाशी ली गई, तो मृतक के पास से आठ लाइनें लिखा एक सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा था कि मैं योगेश गुलाबनगर पाबनी रोड बाला जी चक्की के पास रहता हूं। मैंने अपना लड़का बेदखल किया हुआ है। जो कि उसका नाम आलोक उर्फ ललडी है। हम एक महीने से घर से बाहर हैं। यह हमें जान से मारने की धमकी देता है। कल को कुछ हो जाए, तो उसका जिम्मेदार यही होगा। पुलिस ने यह नोट कब्जे में लिया। शव का पोस्टमार्टम कराया।
आरोपित की पत्नी भी रह रही मायके में
पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, मृतक योगेश मसीह के चार लड़कियां व एक बेटा आलाेक है। तीन बेटियों की शादी हो चुकी है। आलाेक की भी पांच साल पहले शादी कर दी थी। इस बीच आलोक नशे की लत का आदी हो गया। वह नशा करके घर आने लगा और अपनी पत्नी को भी पीटता था। जिस वजह से उसकी पत्नी घर छोड़कर अपने मायके चली गई थी। जब भी योगेश व उसकी पत्नी राजरानी बेटे आलाेक को नशा करने से रोकते, तो वह उनके साथ मारपीट करता था। बार-बार समझाने पर भी वह नहीं माना। एक महीने पहले आरोपित आलोक ने पिता, मां व छोटी बहन को मारपीट कर घर से निकाल दिया था। इसके बाद से ही वह अपनी बेटियों के पास रह रहे थे। तीन-चार दिन पहले योगेश मसीह किसी काम से गुलाबनगर में अपने मकान पर गए थे। वहां भी आलोक ने उनके साथ मारपीट की। इस वजह से वह परेशान था। इसी परेशानी में उसने आत्महत्या कर ली। मृतक योगेश मजदूरी करता था।