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यमुनानगर में किसानों ने रोकी शुगर मिल जा रही गन्‍ने की ट्रालियां, रादौर रोड पर लगा जाम

यमुनानगर में शुगर मिल जा रही गन्‍नें की ट्रालियों को किसानों ने रोक दी। किसानाें ने शुगर मिल पर दूसरे राज्यों से गन्ना खरीदने का आरोप लगाया है। ट्रालियां रोकने से रादौर रोड पर भी जाम लग गया है। पुलिस मौके पर पहुंच गई है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 18 Mar 2021 05:03 PM (IST)Updated: Thu, 18 Mar 2021 05:03 PM (IST)
यमुनानगर में किसानों ने रोकी शुगर मिल जा रही गन्‍ने की ट्रालियां, रादौर रोड पर लगा जाम
किसानों ने शुगर मिल जा रही गन्‍ने की ट्रालियां रोकी।

यमुनानगर, जेएनएन। सरस्वती शुगर मिल जिला के किसानों से कम और उत्तर प्रदेश का गन्ना ज्यादा खरीद रहा है। यह आरोप लगाते हुए किसानों ने शुक्रवार को शुगर मिल के यार्ड में नारेबाजी कर दी। किसानों ने शुगर मिल में जाने वाले गन्ने की ट्रालियों को रोक दिया। मौके पर पुलिस को बुलाया गया। ट्रालियां रोके जाने से सहारनपुर-रादौर मार्ग पर भी वाहनों की लंबी लाइन लग गई। जिससे लोग परेशान रहे। शुगर मिल प्रबंधकों ने किसानों को आश्वासन दिया कि दो दिन बाद उन्हें इस तरह की कोई समस्या नहीं आएगी। वहीं किसानों ने भी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दो दिन में उनका गन्ना नहीं खरीदा गया तो एक बार फिर मिल में एकत्रित होंगे। काफी समय ट्राली यार्ड में रूकी रही।

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200 में से 50 ट्रालियां बाहर की

शुगर मिल यार्ड में मौजूद किसान सुरेंद्र सिंह, अमरजीत सिंह भागूमाजरा, राजबीर खंडवा, रॉकी खंडवा, मुकेश कुमार रूलाखेड़ी ने बताया कि शुगर मिल स्थानीय किसानों की बजाय उत्तर प्रदेश के किसानों का गन्ना ज्यादा खरीद रहा है। इसके अलावा जो गन्ना क्रय केंद्र दूसरे जिलों की सीमा पर बने हैं वहां बाहर से गन्ना मंगवाया जाता है। फिर इन क्रय केंद्रों से ट्रालियों में गन्ना भरकर मिल में लाते हैं। जिससे स्थानीय किसानों का गन्ना ऐसे ही खेतों में खड़ा है। किसानों का आरोप है कि शुगर मिल में 200 ट्राली गन्ने की आती है तो इसमें से 50 ट्रालियां दूसरे राज्यों व जिलों से आ रही हैं।

किसान बोले लेबर वापस चली जाएगी

किसानों ने बताया कि जिला में बिहार समेत अन्य राज्यों से लेबर गन्ना छिलाई के लिए जिला में आती है। मिल से इंडेंट न मिलने से लेबर खेतों में खाली बैठी रहती है। कुछ दिन बाद होली है अौर लेबर अपने घर वापस चली जाएगी। यदि शुगर मिल उनका गन्ना नहीं खरीदेगा तो खेतों में गन्ना ऐसे ही खड़ा रहेगा। इसके बाद उन्हें खेत खाली कर दोबारा गन्ने की बिजाई भी करनी होती है। लेबर लौटने के बाद उन्हें स्थानीय मजदूरों से काम कराना होगा। लोकल मजदूर मिलते नहीं। यदि वह आ भी गए तो मजदूरी ज्यादा लेते हैं। जिससे उन्हें काफी नुकसान होगा।

सप्लाई बंद होने पर  पहुंचे मिल अधिकारी :

शुगर मिल में क्रशिंग के लिए जब गन्ना नहीं पहुंचा तो मिल के एडीजीएम राजिंद्र कौशिक किसानों से बात करने पहुंचे। सहारनपुर रोड पर भी जाम लगने से कुछ वाहन हमीदा हेड की तरफ से निकल कर गए। वहीं रोडवेज बसें रादौर रोड पर बाइपास से सहारनपुर की तरफ ले जानी पड़ी।

बांड गन्ना नहीं खरीद रहे : डीपी सिंह

सरस्वती शुगर मिल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (केन) डीपी सिंह का कहना है कि हम बाहर के किसी किसान का गन्ना नहीं खरीद रहे। वही गन्ना खरीदा जा रहा है जिसका किसानों से बांड किया गया है। बल्कि मिल तो किसानों को मैसेज भेज कर अपील कर रहा है कि वह अपनी इंडेंट पर केवल अपना ही गन्ना डालें। यदि उनकी इंडेंट पर किसी दूसरे का गन्ना पकड़ा गया तो उसके साथ अनुबंध खत्म कर दिया जाएगा।


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