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Farmers Delhi chalo March: हरियाणा सरकार ने अपने सारे बार्डर खेाले, यातायात सामान्‍य हा‍ेने की उम्‍मीद

हरियाणा में किसानों का दिल्‍ली चलाे आंदोलन जारी है और पानीपत में रात्रि पड़ाव के बाद किसान आगे बढ़ गए। किसानों का जत्‍था पानीपत की सीमा को पार कर कुंडली बार्डर के पास पहुंच गए हैं। वहां भारी पुलिस बल तैनात है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 07:53 AM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 05:58 PM (IST)
Farmers Delhi chalo March: हरियाणा सरकार ने अपने सारे बार्डर खेाले, यातायात सामान्‍य हा‍ेने की उम्‍मीद
जीटी रोड पर कुंडली बार्डर पर किसानों को रोकने के लिए तैनात पुलिस बल।

चंडीगढ़/पानीपत, जेएनएन। हरियाणा सरकार ने किसानों के दिल्‍ली कूच के मद्देनजर सील किए गए अपने सभी बार्डर खोल दिए हैं। इससे राज्‍य में सभी मार्गों पर जल्‍द यातायात सामान्‍य होने उम्‍मीद है। इससे पहले हजारों की संख्‍या मेें किसान सोनीपत में कुंडली बार्डर होते हुए दिल्‍ली में प्रवेश कर गए ।

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दिन में दूसरी ओर बहादुरगढ़ में किसान  सड़क पर लगाए गए अवरोधों को हटाकर दिल्‍ली के टिकरी बार्डर पहुंचे। वहां हरियाणा के किसानों और पुलिस के बीच टकराव हो गया। पुलिस ने किसानों को दिल्‍ली में घुसने से रोकने के लिए वाटर कैनन से पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले छोड़े। इससे पहले हरियाणा में हांसी, रोहतक और बहादुरगढ़ शहर व बाईपास पर कहीं भी किसानों को रोकने की कोशिश नहीं की गई।  रोहतक के सांपला के पास रोहद बैरियर से भी किसान आगे बढे और यह सिलसिला जारी है। सिरसा के डबवाली में पंजाब-हरियाणा बार्डर पर पंजाब के किसानों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिकेट्स तोड़ दिए। काफी संख्‍या में पंजाब के किसान हरियाणा सीमा में दाखिल हो गए।

किसान पानीपत से दिल्‍ली की ओर रवाना हुए तो जिले में पुलिस ने उनको कहीं भी नहीं राेका। इसके बाद वे पानीपत जिले की सीमा पार कर साेनीपत जिले में दाखिल हुए। वहां कुंडली के पास पुलिस ने उनको आगे बढ़ने से रोकने के लिए मोर्चा संभाल रखा है।

दूसरी ओर सिरसा में हरियाणा-पंजाब सीमा पर पंजाब की ओर से आए रहे हजारों की संख्‍या में किसानों ने पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधों व बेरिकेट्स को हटा दिया। इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच टकराव भी हुआ और पुलिस बल ने किसानों को रोकने की कोशिश की। लेकिन,किसान पुलिस पर भारी पड़े और हरियाणा की सीमा में दाखिल हो गए।

सिरसा के डबवाली में पंजाब-हरियाणा बार्डर पर किसानों ने बेरिकेट्स तोड़ दिए।

 जीटी रोड पर पानीपत से दिल्‍ली की ओर बढ़ेंगे किसान, रोहतक व बहादुरगढ़ से भी आगे निकले किसान

बहादुरगढ़ के सेक्टर 9 बाईपास पर लगे बेरकिड्स और पत्‍थरों को किसानाें ने हटा दिया। इसके बाद किसान  नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ने लगे। बहादुरगढ़ सेक्टर 9 बाईपास पर पुलिस की ओर से उन्हें रोकने का भी प्रयास नहीं किया गया। सांपला से किसानों के ट्रैक्टर दिल्ली की तरफ  रवाना हुए। रोहद टोल प्लाजा से भी किसन बिना किसी रुकावट के आगे निकले।

उधर किसानों को रोकने के हांसी जिला पुलिस के तमाम प्रयास फेल साबित हुए। हजारों की संख्या में पहुंचे किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने दिल्ली हाईवे पर स्थित रामपुरा गांव में बड़ा नाका लगाया था, लेकिन किसानों के जोश के आगे पुलिस के तमाम प्रयास विफल रहे। किसानों के साथ पुलिस की झड़प भी हुई व वाॅटर कैनन का इस्तेमाल कर किसानों को रोकने का प्रयास किया। किसानों ने पुलिस बेरिकेटिंग तोड़ दी व पुलिस की लाठियों का सामना करते हुए आगे बढ़ गए। किसानों की संख्या बढ़ने पर पुलिस प्रशासन ने हथियार डाल दिए और किसानों को जाने दिया।  किसान रोहतक की ओर बढ़ गए।

इससे पहले दिल्‍ली जा रहे हजारों किसानों के जत्‍थे ने अपना रात्रि पड़ाव पानीपत टोल प्‍लाजा के पास डाला। अब वे थोड़ी देर में दिल्‍ली के लिए कूच करेंगे। माना जा रहा है कि पुलिस उनके आने जाने देगी। अब किसानों को गन्‍नौर और सोनीपत के पास रोकने की कोशिश की जाएगी। दूसरी ओर, हिसार-दिल्‍ली हाईवे होकर भी काफी संख्‍या में किसान दिल्‍ली की ओर आ रहे हैं। उनको हांसी और रोहद बैरियर पर राेकने की कोशिश की गई, लेकिन यह नाकाम रही। बहादुरगढ़ मेे दिल्‍ली बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए सड़क पर पुलिस ने काफी संख्‍या में ट्रक खड़े कर दिए हैं। उधर, अंबाला में भी पंजाब के किसानों को रोकने के लिए हरियाणा-पंजाब बार्डर को आज भी सील किया गया है।

आज सुबह से बहादुरगढ़ के सेक्टर 9 बाईपास चौक पर चारों तरफ पुलिस की ओर से भारी  संख्‍या में ट्रक खड़े कर दिए गए हैं । पुलिस ने यह रणनीति इसलिए की है कि कोई भी किसान वाहन लेकर दिल्ली की तरफ से निकल सके। ट्रकों की इस भीड़ में सात ट्रक गैस सिलेंडर से भी भरे हुए हैं। रोहित टोल से निकले किसानों का इसी रास्ते से दिल्ली की ओर कूच करने का अनुमान है।

रोहतक के पास रोहद टोल प्‍लाजा होकर जाते किसान।

दूसरी ओर जीटी रोड होकर दिल्ली की ओर जा रहे किसान पुलिस से कई जगह झड़प और टकराव के बाद देर रात पानीपत टोल प्‍लाजा पर पहुंचे और वहीं रात्रि पड़ाव डाल दिया। किसानों का लंकर सड़क पर ही चला और वे वहीं सोए। इससे इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह बाधित रहा।

किसानों को रोकने के लिए बहादुरगढ़ में सड़क पर खड़े किए गए ट्रक।

इससे पहले बृहस्‍पतिवार को दिल्ली कूच पर अड़े किसानों के साथ अंबाला और करनाल में पुलिस की झड़प हो गई। बैरिकेड्स तोड़ रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले छोड़े तो अंबाला में किसानों ने भी पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। करनाल में भी आंसू गैस के गोले छोड़े गए और पानी की बौछारें भी की गई लेकिन इन सबकी परवाह किए बगैर पूरी तैयारी से आए किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और काफिला दिल्ली की ओर कूच कर गया।

बुधवार देर रात हांसी में किसानों को दिल्‍ली की ओर जाने से राेकने के लिए पानी की बौछार करती पुलिस।

फतेहाबाद में पानी की बौछार के बीच किसानों का जत्था बैरिकेड्स तोड़ते हुए हरियाणा में प्रवेश कर गया तो कैथल में पुलिस को किसानों को रोकने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। यहां एक किसान घायल हो गया। किसानों आंदोलन को देखते हुए प्रदेश सरकार ने दक्षिण के भी सभी रास्तों को सील कर दिया। सोनीपत से दिल्ली जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया। कई जगहों पर रास्तों में बड़े पत्थर रख दिए गए। गुरुग्राम में भी पुलिस वाहनों को चेकिंग के बाद ही जाने दे रही थी।

बृहस्‍पतिवार को अंबाला के साथ लगते शंभू व सद्दोपुर बॉर्डर पर पुलिस व किसानों के बीच झड़प हो गई। अंबाला पुलिस ने जब शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले छोड़े तो किसानों ने भी पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद  पुलिस को अपनी कार्रवाई रोकनी पड़ी। ऐसे ही हालात सद्दोपुर बॉर्डर पर भी रहे, जहां पुलिस ने पानी की बौछारें मारीं, लेकिन किसानों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। अंबाला में किसानों को रोकने के लिए लगाए गए बेरिकेड्स को किसानों ने घग्गर नदी में फेंक दिया। इसी तरह अवरोधक के तौर पर खड़े कि रेत से लदे डंफर के शीशे तोड़कर किसान उसमें घुस गए और उसको साइड में कर रास्ता बनाया। किसान हर प्रकार के अवरोधक हटाने के लिए पुख्ता बंदोबस्त साथ लेकर चले थे।

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लोडेड ट्रकों के साथ लगाए बैरिकेड्स भी नहीं रोक पाए किसानों का रास्ता

करनाल में दिल्ली-चंड़ीगढ़ नेशनल हाईवे पर लगाए नाके, आंसू गैस के गोले व पानी की बौछारें भी किसानों को नहीं रोक पाईं। लोडेड ट्रकों के साथ लगाए बैरिकेड्स को तोड़कर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम ङ्क्षसह चढूनी के नेतृत्व में किसान दिल्ली की ओर कूच कर गए। करीब डेढ़ बजे जैसे ही किसान नेताओं ने बैरिकेड्स तोड़ आगे बढऩे का आह्वान किया तो किसान लोडेड ट्रकों को ट्रैक्टरों से खींचकर हटाने लगे। करीब एक घंटा जारी रही गंभीर तनातनी के बीच किसान नहीं माने तो प्रशासन ने उन पर पानी की बौछारें व आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इससे किसान और भड़क गए तो प्रशासन ने टकराव के गंभीर हालात से बचने के लिए पुलिस फोर्स को पीछे हटा दिया और जत्था पानीपत तक पहुंच गया।

वहीं सिरसा में डबवाली के समीप बैरिकेड के उस पार पंजाब क्षेत्र में दस हजार से अधिक किसान एकत्रित हो गए और पूरे रोड को जाम कर लिया है। वहीं सिरसा के ओढां क्षेत्र के गांवों से किसान ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर दिल्ली कूच के लिए निकले लेकिन प्रशासन ने घग्घर पुल पर खैरेकां के समीप नेशनल हाईवे पर नाका लगाकर रोक लिया।

जींद में किसानों ने बैरिकैड्स उखाड़कर, किया पथराव, आधा दर्जन गाडिय़ों के टूटे शीशे, दो कर्मचारी घायल  

 जींद में दिल्ली पटियाला मार्ग पर दाताङ्क्षसहवाला बॉर्डर पर पंजाब के किसानों ने पुलिस पर पथराव कर बैरिकेड्स को उखाड़ दिया। किसानों के प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने दो एंबुलेंस, गढ़ी थाना प्रभारी व नायब तहसीलदार व दो निजी गाडिय़ों के डंडे व पत्थर मारकर शीशों को तोड़ दिया। पथराव के दौरान प्रशासनिक अमले में शामिल दो पटवारियों को मामूली चोट आई। किसानों के उग्र होता देखकर प्रशासनिक अमला पीछे हट गया।

टीकरी बार्डर सील, हजारों वाहन वापस भेजे

बहादुरगढ़ में दिल्ली पुलिस ने टीकरी बार्डर पर टोल प्लाजा के पास बैरिकेड्स लगाकर दिल्ली जाने वाले मार्ग को सील कर दिया। इससे करीब दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया। बार्डर पर दो ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। वाहनों को झाड़ौदा बार्डर, निजामपुर बार्डर समेत अन्य वैकल्पिक रास्तों से दिल्ली की तरफ भेजा गया।

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