Yamunanagar news: यमुनानगर की सरस्वती शुगर मिल पर किसानों ने किया हंगामा
यमुनानगर में किसानों ने हंगामा किया। सरस्वती शुगर मिल के बाहर प्रदर्शन किया। उनका आरोप था कि मिल में बाहर से गन्ने की खरीद की जा रही है। प्रदर्शन के दौरान मिल के बाहर ट्रैक्टर ट्रॉलियों की कतारें लग गईं।
यमुनानगर, जेएनएन। यमुनानगर की सरस्वती शुगर मिल पर किसानों ने हंगामा कर दिया। किसानों ने शुगर मिल पर बाहर से गन्ना खरीदने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। किसानों ने शुगर मिल में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का प्रवेश रोक दिया। इस दौरान शुगर मिल के बाहर ट्रैक्टर ट्रॉलियों की लंबी कतारें लग गईं।
स्थिति को संभालने के लिए सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन किसान जिद पर अड़े रहे कि जब तक शुगर मिल के अधिकारी मौके पर नहीं आते, तब तक कोई भी ट्राली अंदर नहीं जाएगी। बाद में शुगर मिल के वाइस चेयरमैन डीपी सिंह मौके पर आए। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि सभी किसानों का गन्ना समय पर खरीदा जाएगा। उनका यह भी कहना था कि शुगर मिल बाहर से गन्ने की खरीदारी नहीं कर रहा है।
सरस्वती शुगर मिल के बाहर लगी ट्रैक्टर-ट्रॉली की कतारें।
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भाकियू ने दी आंदोलन की चेतावनी
किसानों के विरोध के बाद भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष संजू मौके पर पहुंचे। जिला अध्यक्ष संजू ने कहा कि शुगर मिल की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी यदि शुगर मिल ने अपने रवैये में बदलाव नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा।
बढ़ रही गर्मी, खेत में खड़ा गन्ना
किसान हरपाल सिंह, बुंदियाणा के बाबूराम, सरस्वती नगर के राजकुमार व नरेश का कहना है कि गर्मी बढ़ती जा रही है। शुगर मिल से पर्ची (इंडेंट) मिलने के कारण गन्ने की छिलाई नहीं हो पा रही। जो किसान एडवांस में छिलाई कर देते हैं, पर्ची न होने के कारण उनका गन्ना खेत में सूख रहा है। किसान की पूरी साल की मेहनत खराब हो रही। मिल प्रबंधन को इस बारे में सोचना चाहिेए। किसानों को समय पर पर्ची दें। तभी किसानों का गन्ना समय परमिल में पहुंचेगा। उन्होंने यह भी कहा कि बढ़ती गर्मी में मुश्किल हो गई है। मजदूरों ने भी छिलाई के रेट बढ़ा दिए हैं। उन्होंने मिल प्रबंधन से मांग की कि यदि वे समय पर पर्ची नहीं दे पा रहे तो छिलाई के पैसे मिल प्रबंधन किसानों को दे।
क्या कहते हैं मिल के वाइस प्रेसिडेंट
मिल के वाइस प्रेसिडेंट डीपी सिंह का कहना है कि बाहर से गन्ना खरीदने का आरोप निराधार है। किसानों को कहां दिक्कत आई है। इसका पता करेंगे। प्रयास रहेगा कि किसानों को दिक्कत न आए। क्योंकि शुगर मिल किसानों से है। किसानों को दिक्कत है तो वह डायरेक्ट उनसे आकर ऑफिस में मिल सकता है। उसकी समस्या का तुरंत समाधान होगा।