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जींद में किसानों का विरोध प्रदर्शन, गन्ने की ट्रॉलियों के साथ नेशनल हाइवे किया जाम

जींद में किसानों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हाईवे जाम कर दिया। मंगलवार को भी नहीं चला शुगर मिल। किसानों ने गन्ने की ट्रॉलियों के साथ नेशनल हाइवे किया जाम। 10 को शुरू हुआ था पेराई सत्र। बार-बार आ रहे तकनीकी फाल्ट।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 05:33 PM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 05:33 PM (IST)
जींद में किसानों का विरोध प्रदर्शन, गन्ने की ट्रॉलियों के साथ नेशनल हाइवे किया जाम
जींद में किसानों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हाईवे जाम कर दिया।

पानीपत/जींद, जेएनएन। शुगर मिल में पेराई सत्र के शुरुआती दौर में बार-बार आ रहे तकनीकी फाल्ट से परेशान किसानों का मंगलवार को धैर्य जवाब दे गया। तकनीकी फाल्ट के चलते शुगर मिल बंद होने से खफा किसानों ने शुगर मिल के सामने जींद-पटियाला नेशनल हाइवे पर गन्ने से भरी ट्रालियां खड़ी कर जाम लगा दिया। 

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किसानों का कहना था कि सप्ताह पहले शुरु हुआ शुगर मिल महज दस घंटे भी नहीं चल पाया है। करोड़ों रुपये मेंटेनेंस के नाम पर खर्च किए गए, लेकिन फिर भी सुचारू रूप से मिल नहीं चल रहा। किसान एक सप्ताह से हजारों क्विंटल गन्ना मिल में लेकर आए हुए हैं। किसानों द्वारा जाम लगाने की सूचना पाकर डीसी डा. आदित्य दहिया मौके पर पहुंचे और मेंटेनेस खर्च की जांच व अन्य मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन देकर उन्होंने जाम खुलवाया। 

करीब चार घंटे तक जाम लगा रहा, जिससे हाइवे पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। गौरतलब है कि 10 नवंबर को पेराई सत्र शुरू हुआ था। शुगर मिल की टरबाइन में तकनीकी दिक्कत आने के चलते दो दिन बाद ही पेराई का काम रुक गया और तकनीकी फाल्ट ठीक कर 60 घंटे बाद 15 नवंबर को दोबारा पेराई शुरू हुई। कुछ घंटे चलने के बाद दोबारा तकनीकी फाल्ट आ गया। 

इसके बाद किसान सोमवार को डीसी डा. आदित्य दहिया से मिलने लघु सचिवालय में गन्ने की ट्रॉलियों के साथ पहुंचे थे और मिल प्रबंधन पर सही तरीके से मेंटेनेंस ना करने के आरोप लगाए थे। डीसी ने किसानों से जल्द तकनीकी फाल्ट ठीक कर पेराई का काम शुरू कराने और तकनीकी फाल्ट किसकी लापरवाही से आया, इसकी जांच का आश्वासन दिया था। तकनीकी फाल्ट मंगलवार को भी ठीक नहीं हो पाया, जिससे मिल में गन्ने के साथ पहुंचे किसानों का गुस्सा और बढ़ गया। वे गन्ने से भरी ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर जींद-पटियाला राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंच गए। ट्रैक्टर ट्रालियों को नेशनल हाइवे के बीचों-बीच खड़ा कर जाम कर दिया और धरने पर बैठ गए। 

रोडवेज जीएम, डीएसपी की नहीं माने किसान

किसानों का कहना था कि दस नवंबर को शुगर मिल का पिराई सत्र शुरु हुआ था। सात-आठ घंटे चलने के बाद मिल जवाब दे गया। अब फिर पिछले 36 घंटों से मिल बंद पड़ा हुआ है। शुगर मिल में किसानों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही है। ट्रेंड कर्मचारियों की बजाए अनट्रेंड कर्मियों से कार्य लिया जा रहा है। जाम लगने की सूचना पाकर रोडवेज महाप्रबंधक बिजेंद्र हुड्डा, डीएसपी धर्मबीर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और किसानों को समझाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने जाम नहीं खोला। 

डीसी ने देर रात तक मिल चलने का आश्वासन दिया

आखिरकार डीसी डा. आदित्य दहिया मौके पर पहुंचे और किसानों के साथ बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना। डीसी ने किसानों को आश्वासन दिया कि मेंटेनेंस पर हुए खर्च की जांच की जाएगी। विशेषज्ञों को बुलाया गया है, देर रात तक शुगर मिल काम करना शुरू कर देगा। ट्रेंड कर्मचारियों से ही कार्य लिया जाएगा। किसानों को बुनियादी सुविधाएं शुगर मिल में मिले इसके लिए जल्द कदम उठाया जाएगा और शुगर मिल को सही तरीके से चलाया जाएगा। डीसी द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद किसान जाम खोलने को राजी हो गए। डीसी डा. आदित्य दहिया ने बताया कि मेंटेनेंस कार्य पर हुए खर्च और लापरवाही की जांच की जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


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