इस तरह शेयर हो रहीं किसान आंदोलन की गतिविधियां, परिवार को भी जोड़ा
दिल्ली होने वाली किसान ट्रैक्टर परेड की गतिविधियों को एक दूसरे से शेयर करने के लिए बकायदा वाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। इसे आंदोलन में हिस्सा लेने जा रहे किसानों ने बनाया। परिवार को भी जोड़ा। वाट्सअप ग्रुप में ठहरने से लेकर लंगर चखने की फोटो शेयर कर रहे।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। दिल्ली किसान आंदोलन में शामिल होने जा रहे किसानों ने आंदोलन की गतिविधियों को अपने परिजनों तक पहुंचाने के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया है। ग्रुप में रास्ते में जहां भी विश्राम अथवा चाय पानी रहे हैं वह सभी की फोटो ग्रुप में शेयर कर रहे हैं। परिजन भी ग्रुप में अपने परिवार के सदस्य के शामिल होने पर आगे बढ़ते रहो का संदेश पोस्ट करके हौसला बढ़ाने का काम कर रहें हैं। आंदोलन का हिस्सा बनने वाले किसान से लेकर युवा वर्ग अपने बनाए वाट्सएप ग्रुप में आसपास गांव के किसानों को जोड़कर आंदोलन से जुटी फोटो से लेकर वीडियो का आदान प्रदान करने में लगे हैं।
पलपल की गतिविधियों से परिजन हो रहे अवगत
आंदोलन में अपनी सहभागिता दर्ज कराने के लिए घरों से निकले बड़े बुजुर्गो के साथ युवाओं के पलपल की गतिविधियों की सूचना परिजनों तक पहुंच रही है। अगर किसी को सहायता की अवश्यकता है तो वह सीधे ग्रुप में अपनी बात रखता है। ग्रुप में बात पहुंचते ही तुरंत आसपास के किसान से लेकर सेवादार मदद के लिए जुट जाते हैं।
घर बैठे परिजन वीडियो कॉल पर देख रहे आंदोलन
वाट्सएप ग्रुप में शामिल किसानों के परिजन समय समय पर घर बैठे ही आंदोलन की सभी गतिविधियों को वाट्सएप वीडियो कॉल करके देख रहे हैं। स्मार्ट फोन की बैट्री चार्ज रहे, इसके लिए ट्रैक्टर ट्राली से लेकर कार जीपों में चार्जर लगाने की अगल से व्यवस्था बनाई है। जिससे मोबाइल डिसचार्ज न होने पाए और वह एक दूसरे के संपर्क में बने रहे।
लोग दिलखोलकर कर रहे दान
पंजाब से दिल्ली के बीच जगह जगह चल रहा लंगर चलता रहे इसके लिए किसानों के साथ आसपास के ग्रामीण दिलखोलकर दान कर रहे हैं। कुछ किसान ईंधन की व्यवस्था कर रहे हैं तो कुछ खाने पीने की वस्तुएं भी दान स्वरूप दे रहें हैं।