पिछले जोड़कर भेजे खेतों के बिल, ठीक कराने के लिए किसान खा रहे धक्के
जागरण संवाददाता समालखा बिजली निगम की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है
जागरण संवाददाता, समालखा
बिजली निगम की लापरवाही का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। बिल भरने के बावजूद भी निगम की तरफ से पिछले बिल की राशि जोड़कर भेज दी गई है। उसे अब ठीक कराने के लिए किसान निगम कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। बुधवार को भी मनाना व अन्य गांव के दर्जनों किसान निगम कार्यालय में बिल ठीक कराने के लिए पहुंचे।
मनाना वासी किसान जितेंद्र, नवीन, कृष्ण, भीमसिंह, सेवा सिंह, राम सिंह ने बताया कि बिजली निगम की तरफ से एक बार में चार माह का नलकूप का बिजली बिल भेजा जाता है। पिछली बार बिल आने पर उन सभी ने बिल की अदायगी कर दी थी, लेकिन अब चार माह बाद विभाग ने पिछले बिल की राशि को भी जोड़ कर दोबारा से भेज दिया है। उनका कहना है कि गलती निगम की तरफ से की गई है और खामियाजा अब उन्हें भुगतना पड़ रहा है। दो दिन से बिल ठीक कराने के लिए आ रहे है। घंटों गर्मी के बीच बैठ कर इंतजार करना पड़ रहा है। आज भी सुबह से बैठे हैं। अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। किसानों ने बिल ठीक करा भेजने की मांग की है, ताकि परेशानी न हो।
मीटर रीडर ने नहीं ली रीडिग
गलत रीडिग व बिलिग के कारण उपभोक्ता खासे परेशान है। बिहौली सब डिवीजन के अंतर्गत आने वाले गांव हथवाला व राक्सेड़ा में भी ऐसी काफी शिकायत सामने आ रही है। बुधवार को राक्सेड़ा व हथवाला के भी काफी लोग रीडिग की बजाय एवरेज के हिसाब से ज्यादा बिल भेजे जाने की शिकायत लेकर निगम कार्यालय पहुंचे। वहीं निगम कर्मियों की मानें तो मीटर रीडर द्वारा रीडिग न लेने पर ये शिकायत सामने आई है।
बिलिग सिस्टम चेंज होने पर आई दिक्कत
समालखा सब डिवीजन के एसडीओ वतन सेढा का कहना है कि बिलिग सिस्टम हारट्रोन से एचसीएल कंपनी को माइग्रेट हुआ है। उस वजह से ये दिक्कत आई है। अगली बार में सभी के बिल ठीक होकर पहुचेंगे।