किसान-मजदूर कर्ज के बोझ तले दबता जा रहा : अमरजीत कौर
जागरण संवाददाता, पानीपत : मोदी के नेतृत्व में चल रही एनडीए की सरकार में मजदूर, किसान, कर्मचार
जागरण संवाददाता, पानीपत : मोदी के नेतृत्व में चल रही एनडीए की सरकार में मजदूर, किसान, कर्मचारी, मेहनतकश तबका दुखी है, इसलिए पूरा देश आंदोलनरत है। आगामी 2 सितंबर को श्रमिकों और कर्मचारियों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल होगी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय सचिव एवं प्रदेश प्रभारी कामरेड अमरजीत कौर ने ये बातें भगत सिंह स्मारक में सीपीआइ की प्रदेशस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा है कि केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार चुनावी वायदों को पूरा करने में विफल रही है। महंगाई ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है। दाल, फल व सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। भ्रष्टाचार रोकने व काला धन वापस लाने की बात तो दूर, पिछले दिनों पनामा लीक में शामिल लोगों के नाम सरकार नहीं बता रही है, जिन्होंने चोरी-छुपे विदेशों में भारी निवेश किया हुआ है। मोदी सरकार ने बड़े-बड़े पूंजीपतियों का 6 लाख करोड़ रुपये का सालाना टैक्स माफ कर दिया। उन्होंने कहा कि आज किसान-मजदूर कर्ज के बोझ तले दबता जा रहा है। कर्ज की अदायगी न कर पाने के कारण आत्महत्या करने की राह पर चल रहा है। मोदी सरकार के कार्यकाल में दलित, पिछड़े, अल्प संख्यकों और महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रधानमंत्री असली व नकली गोरक्षकों के बीच देश की जनता को उलझा रहे हैं। सीपीआइ के राज्य सचिव दरियाव सिंह कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हजारों की संख्या में कच्चा रोजगार प्राप्त युवक-युवतियों का रोजगार छीन लिया। सरकारी विभागों में लाखों पद खाली पड़े हैं और सरकार नियमित भर्ती करने से कतरा रही है। इस दौरान 2 सितंबर की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया गया। दलितों पर बढ़ते अत्याचार के विरोध में खेत मजदूर यूनियनें, दलित उत्थान के लिए कार्य कर रहे संगठनों की पहल पर 16 सितंबर को संसद के सामने प्रदर्शन का स्वागत किया। कामरेड प्रेम सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। वीरभान जांगड़ा, सतपाल बेनीवाल, रूपसिंह, जयपाल, डॉ. नीलम संधू, धर्मपाल चौहान, मुरली कुमार, अनिल कुमार, एमसी संधू ने भी अपने विचार रखे।