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पीआर की खरीद न होने पर किसान परेशान, रखवाली करने को मजबूर

सरकार धान का एक एक दाना खरीदने की बात कह रही है। जबकि स्थानीय अनाज मंडी में धान की पीआर किस्म लेकर पहुंचे किसानों को सप्ताह -2 भर से खरीद होने का इंतजार है। वो दिन रात धान की रखवाली करने को मजबूर है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 Oct 2019 09:06 AM (IST)Updated: Wed, 30 Oct 2019 09:06 AM (IST)
पीआर की खरीद न होने पर किसान परेशान, रखवाली करने को मजबूर
पीआर की खरीद न होने पर किसान परेशान, रखवाली करने को मजबूर

जागरण संवाददाता, पानीपत

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सरकार धान का एक एक दाना खरीदने की बात कह रही है। जबकि स्थानीय अनाज मंडी में धान की पीआर किस्म लेकर पहुंचे किसानों को सप्ताह -2 भर से खरीद होने का इंतजार है। वो दिन रात धान की रखवाली करने को मजबूर है। वहीं 1509 और 1121 के दामों में गिरावट से किसान चितित है। जबकि खरीदार दाम गिरने के पीछे का कारण इरान में चावल के निर्यात पर रोक बता रहे हैं। आढ़तियों को भी करनी पड़ रही है मिन्नतें

धान खरीद करने वालों की मनमानी से न केवल किसानों को उचित भाव नहीं मिल पा रहा है, बल्कि आढ़तियों को भी मिन्नत करनी पड़ रही है। मंगलवार को ऐसा ही नजारा मंडी में कई जगह पर देखने को मिला। जब किसान की धान की खरीद कराने के लिए आढ़ती खरीदारों की मिन्नत करते दिखे। जबकि खरीदारों के नखरे आसमान छू रहे थे। खासकर पीआर की ढेरी को देख खरीदार हाथ लगाते ही रिजेक्ट बोल रहा था। क्या कहता है किसान

गढ़ सरनाई वासी किसान चरण सिंह ने बताया कि धान की 1121 किस्म लेकर आया हूं। दिन भर फड़ पर फैलाई और शाम होने पर खरीदार आया तो नमी बताकर चलता बना। अब आढ़ती कल ही खरीद होने की बात कह रहा है। सारा कामकाज छोड़कर अब रात में ढेरी के पास ही सोना पड़ेगा। उसने कहा कि एक तो उन्हें उचित दाम नहीं मिल रहे है और ऊपर से परेशानी अलग से झेलनी पड़ रही है। कम भाव मिलने से हो रहा है नुकसान

किसान राम सिंह, महावीर, सचिन, राजेश आदि ने बताया कि 1509 व 1121 की खरीद में खरीदार बोली करने की बजाय मनमाने दाम लगा रहे हैं। 1509 का भाव जहां 2900 से गिरकर 2650 तक आ पहुंचा है। वहीं 1121 का भाव 3400 से 2900 तक मिल रहा है। जबकि पिछले साल 1509 का भाव 3200 और 1121 का भाव साढ़े तीन हजार के करीब मिला था। ऐसे में उनको पिछले साल के मुकाबले काफी कम भाव मिलने पर नुकसान हो रहा है। कई दिन से नहीं हो पा रही खरीद

किसानों ने बताया कि अनाज मंडी में पीआर की खरीद ठीक से नहीं हो पा रही है। कुछ किसानों की ढेरी कई कई दिन से फड़ पर पड़ी हुई है। लेकिन खरीद नहीं की जा रही है। किसानों ने कहा कि खरीदार कभी नमी तो कभी कलर के नाम पर बहाना बना खरीद करने से मना कर देते है। ऐसे में उनको काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। टारगेट हो चुका है पूरा

मंडी सुपरवाइजर जसविदर सिंह ने बताया कि मंगलवार को 1509 और 1121 किस्म की करीब नौ हजार क्विंटल की खरीद हुई। 1509 को 2200 से 2650 तक का भाव मिला। जबकि 1121 को 2800 से 2986 तक का भाव मिला। पीआर खरीद को लेकर उन्होंने कहा कि हैफेड की तरफ से खरीद की जा रही थी। जिसकी खरीद का टारगेट पूरा हो चुका है। पिछले साल 34 हजार क्विंटल की खरीद की गई थी। इस बार 65 हजार तक खरीद की गई है।


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