पानीपत में रोता बिलखता रहा परिवार, हंगामे के छह घंटे बाद मिला शव
कोरोना महामारी की वजह से हर तरफ हाहाकार मच रहा है। पहले शहर और गांवों में भी इसका प्रकोप है। हर रोज मौत का भी आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। शवों के लिए परिवार को अस्पताल प्रशासन और स्टाफ से झगड़ना पड़ रहा।
पानीपत, जेएनएन। हरियाणा के पानीपत में कोरोना के चलते हर रोज कई कई लोगों की मौत हो रही है। पीडि़त परिवारों को मरने वाले परिवार के सदस्य का समय पर शव तक नहीं मिल पा रहा है। बिगड़ी व्यवस्था के बीच उन्हें अपने का शव पाने के लिए लडऩा और झगडऩा तक पड़ रहा है। ऐसे ही बदहाल व्यवस्था का शिकार सोमवार को एक परिवार भी बना। जहां घर के मुखिया की मौत के बाद उन्हें शव को पाने के लिए करीब छह घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी।
देर शाम शव मिला तो उन्होंने शिवपुरी में जनसेवा दल के सदस्यों के सहयोग से उसका अंतिम संस्कार किया। लेकिन इसके साथ व्यवस्था पर सवाल भी उठाए। मृतक के बेटे ने बताया कि तीन दिन पहले उसके पिता अस्पताल में भर्ती हुए थे।
सोमवार को सुबह उनका निधन हो गया। उन्होंने अंतिम संस्कार के लिए शव देने के लिए कहा तो अस्पताल में तैनात कर्मी एक दिन बाद देने की बात कहने लगे। उन्होंने सवाल किए तो फिर एम्बुलेंस न होने की बात कहने लगे। प्राइवेट एंबुलेंस लाने के लिए बोले तो प्राइवेट एंबुलेंस में शव न लेकर जाने का बहाना बना दिया। उन्होंने जनसेवा दल वालों को गाड़ी के साथ बुलाया तो उन्हें भी शव देने से मना कर दिया। आखिर में उन्होंने हंगामा खड़ा किया तो करीब छह घंटे बाद उन्हें शव मिल पाया। इस दौरान परिवार की महिलाएं अस्पताल परिसर में रोती बिलखती रही।
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कीड़े तक पड़ रहे
जनसेवा दल के सदस्य चमन लाल गुलाटी व कपिल मल्होत्रा ने बताया कि कई दिन पहले भावना चौक निवासी एक व्यक्ति का शव अंतिम संस्कार को लेकर आया था। उसमें कीड़े तक पड़े हुए थे। स्वजनों ने पूछने पर बताया कि उन्हें समय पर सूचना नहीं दी गई। जब पता चला तो शव की ऐसी दुर्दशा हो चुकी थी।