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EPFO ने स्वास्थ्य विभाग पर ठोका जुर्माना, उजागर हुईं ये खामियां Panipat News

स्वास्थ्य विभाग पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने सवा पांच लाख का जुर्माना ठोका है। चीफ सेक्रेटरी के आदेश के बाद कार्रवाई की गई।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Fri, 19 Jul 2019 06:59 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jul 2019 07:00 PM (IST)
EPFO ने स्वास्थ्य विभाग पर ठोका जुर्माना, उजागर हुईं ये खामियां Panipat News
EPFO ने स्वास्थ्य विभाग पर ठोका जुर्माना, उजागर हुईं ये खामियां Panipat News

पानीपत/यमुनानगर, [पोपीन पंवार]। ईपीएफ धांधली करने में प्राइवेट कंपनियां ही नहीं, सरकारी विभागों के नाम भी सामने आने लगे हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की जांच में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के ईपीएफ जारी करने में गड़बड़ी हुई है। संगठन ने कार्रवाई करते हुए विभाग पर सवा पांच लाख का जुर्माना ठोका है। जुर्माना अदा नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। ईपीएफ के अधिकारी अन्य विभागों के रिकॉर्ड को भी खंगाल रहे हैं। 

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शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए चीफ सेक्रेटरी ने विभागों के रिकॉर्ड जांच करने के आदेश कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के अधिकारियों को दिए थे। प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ विभाग, नगर निगम, फोरेस्ट, पब्लिक हेल्थ और बिजली निगम के रिकॉर्ड की जांच की। तब स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड की खामी उजागर हुई। 

ये मिली खामियां
ईपीएफओ के अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले सिविल अस्पताल के रिकॉर्ड की जांच की। इसमें पता चला कि ईपीएफ जारी करने में खामी है। बाद में अधिकारियों ने देहात के केंद्रों का रिकॉर्ड भी जांच तो वहां पर भी गड़बड़ी मिली। वेतन जारी करने के बाद उसी महीने की 15 तारीख तक ईपीएफ का अंशदान जमा होना चाहिए। इसमें लापरवाही बरती गई। नियम है कि यदि किसी भी कंपनी या फर्म में 20 कर्मचारी काम करते हैं। उनको ईपीएफ की सुविधा मिलना जरूरी है। ईएसआइ में यह नियम 10 कर्मचारियों पर लागू होता है। ईपीएफ में वेतन का 12 फीसद हिस्सा कर्मचारी और इतना ही अंशदान कंपनी और फर्म संचालक को जमा करना होता है। 

  • गडबड़ी मिलने पर इन पर लगा जुर्माना
  • सिविल अस्पताल : दो लाख 78 हजार
  • स्वास्थ्य कल्याण समिति जगाधरी: एक लाख 47 
  • स्वास्थ्य कल्याण समिति यमुनानगर : 20 हजार
  • स्वास्थ्य केंद्र रादौर : 13 हजार
  • स्वास्थ्य केंद्र  नहारपुर : आठ हजार पांच सौ 
  • स्वास्थ्य केंद्र  प्रतापनगर : 60 हजार 

स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड में कर्मचारियों को ईपीएफ जारी करने में खामी मिली है। विभाग पर सवा पांच लाख का जुर्माना लगा दिया गया। अब विभाग के खिलाफ केस चलेगा। सरकार के आदेश पर और भी कई विभागों के रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। खामी मिली तो इन पर भी कार्रवाई की जाएगी। 
मयंक बंसल, क्षेत्रीय कमिश्नर  ईपीएफओ, यमुनानगर।


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